बिहार के किशनगंज जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर टाउन हॉल के समीप अपनी दस सूत्री मांगों को लेकर जनाधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के नेताओं ने एक दिवसीय धरना दिया। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के ज़िला स्तरीय नेताओं ने धरना प्रदर्शन में केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरने पर बैठे पार्टी के जिला अध्यक्ष नासिक नादिर ने कहा कि सीमांचल, कोशी और मिथिलांचल के लोगों के साथ आजादी से लेकर आज तक बिहार और केंद्र सरकार विकास के नाम पर छल करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज किशनगंज जिले के आम नागरिक किसान और छात्र परेशान हैं, लेकिन सरकार बेख़बर है।
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जन अधिकार पार्टी की मांगों में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए फण्ड रिलीज, पूर्णिया में हाई कोर्ट के बेंच की स्थापना, पूर्णिया को उपराजधानी का दर्जा, सुरजापुरी समुदाय के लोगों को आरक्षण शामिल हैं।
धरना प्रदर्शन में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शराबबंदी को लेकर भी नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। नासिक ने कहा कि सरकारी पदाधिकारी बिहार में शराब बिकवा रहे हैं।
“यहां पर पदाधिकारी दारू (शराब) बिकवा रहे हैं, यह बहुत घिनौनी बात है। डायरेक्ट क्यों नहीं खोलके मुख्यमंत्री जी आप बेचवा रहे हैं…स्मैक सबसे बड़ा जड़ है। पदाधिकारी स्मैक (बिकवाने) में मिला हुआ है। प्रशासन हर बात जानता है कि स्मैक कौन-कौन बेचता है, फिर भी कार्रवाई नहीं होती है,” उन्होंने कहा।
नासिक नादिर ने आगे बताया कि मांगें पूरी नहीं होने पर संपूर्ण बिहार में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा और 16 जनवरी को बिहार के सभी जिला मुख्यालय में उपवास कार्यक्रम और 23 जनवरी को नेशनल हाईवे को जाम कर आंदोलन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अगर तब भी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे लोग 30 जनवरी को रेल जाम करेंगे और 6 फरवरी को सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल को पूरी तरह से बंद कर आन्दोलन करेंगे।
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