बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने 26 नवंबर को पटना में आयोजित ‘भीम संसद’ के जरिए दलितों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की। लेकिन, ‘भीम संसद’ के बाद दलित आकर्षित हुए या नहीं हुए, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन एक वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी में आंतरिक कलह सामने आ गई है।
दरअसल, बिहार सरकार में एससी एसटी कल्याण मंत्री रत्नेश सदा का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह अपने किसी समर्थक से जदयू के नेता व भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का पुतला जलाने के लिए कह रहे हैं।
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इसमें साफ सुना जा सकता है कि रत्नेश सदा के एक समर्थक मंत्री अशोक चौधरी द्वारा आयोजित भीम संसद के दौरान रत्नेश सदा को मंच पर एक साइड करके बैठा देने से नाराज हैं, और वह मंत्री सदा से निर्देश मांग रहे हैं।
सदा अपने समर्थक को अशोक चौधरी का पुतला फूंकने और विरोध करने का निर्देश देते हैं। हालांकि इस वायरल वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है। इस संबंध में जब प्रदेश के मंत्री श्रवण कुमार से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा कि इससे निपट लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बातचीत कर ली जाएगी और समाधान हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के महागठबंधन से अलग होने और मंत्रिमंडल से संतोष सुमन के इस्तीफा दिए जाने के बाद रत्नेश सदा को प्रदेश में मंत्री बनाया गया था।
बताते चलें कि जब मंत्री रत्नेश सदा “भीम संसद” कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे, उसी वक्त अशोक चौधरी रत्नेश सदा के पास जाते हैं और उनको अपना स्थान ग्रहण करने के लिये कहते हैं। इसके बाद रत्नेश सदा लोगों को धन्यवाद कहते हुए अपना संबोधन समाप्त कर देते हैं।
अपना स्थान ग्रहण करने के लिये रत्नेश सदा नीतीश कुमार के आगे से गुज़रते हैं तो नीतीश कुमार उनके हाथ में मौजूद भाषण की कॉपी की तरफ देखने लगते हैं। रत्नेश सदा मुख्यमंत्री के आगे अपने भाषण की कॉपी रख देते हैं और मंच के एक तरफ चले जाते हैं। भाषण की कॉपी को नीतीश कुमार उठा कर पढ़ने लगते हैं।
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