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बिहार एनडीए में बड़ी टूट, अलग होगी एलजेपी?

बिहार विधानसभा चुनाव होने को है। ऐसे में बिहार चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। सिर्फ दो गठबंधनों के बीच ही बार नहीं चल रहा बल्कि गठबंधन के अंदर भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

Reported By Sahul Pandey |
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[vc_row][vc_column][vc_column_text]बिहार विधानसभा चुनाव होने को है। ऐसे में बिहार चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। सिर्फ दो गठबंधनों के बीच ही बार नहीं चल रहा बल्कि गठबंधन के अंदर भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिहार विधानसभा को लेकर एनडीए गठबंधन में बार—बार रार की खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि बिहार एनडीए टीम से चिराग पासवान अपनी पार्टी एलजेपी को अलग कर सकते हैं।


वहीं इस बीच नेशनल चैनल आजतक की खबर की माने तो चिराग ने एलजेपी को एनडीए से अलग करने का पूरा मन बना लिया है। यानि खबर है कि एलजेपी एनडीए से अलग होगी।

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आपको बता दें कि बिहार एनडीए में चिराग पासवान ओर नीतीश कुमार के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। एक ओर जहां जदयू ने साफ कह दिया था कि उसका गठबंधन एलजेपी के साथ नहीं बीजेपी के साथ है। वहीं दूसरी ओर एलजेपी भी लगातार नीतीश कुमार के सुशासन राज पर हमलावर रहे हैं। वहीं दिल्ली में दो बार हुए एलजेपी के सांसदों की बैठक में भी नीतीश कुमार और जदयू को टारगेट पर लिया गया। बता दें कि चिराग पासवान और उनकी पार्टी पहले से ही मन बनाकर 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

 

फायदा बीजेपी को होगा!

भले ही एलजेपी का बीजेपी से बाहर जाना एनडीए के लिए एक बड़ा झटका लगे। लेकिन सच बात यह है कि इससे फायदा बीजेपी को ही होगा। रानीतीक पंडितों की माने तो एलजेपी को बीजेपी इस बार बफर की तरह यूज कर रही है। ताकी चुनाव से पहले नीतीश कुमार पर दबाव बनाया जा सके और और जदयू जो बड़े भाई होने का दावा कर रही है उसका वो दावा कमजोर किया जा सके। वहीं चुनाव के बाद भी इससे फायदा होगा। अगर एलजेपी बिहार के चुनाव में अकेले चुनाव लड़ती है या कोई तीसरा फ्रंट खड़ा करती है तो चुनाव तो चुनाव में इसका घाटा जदयू को होगा। वहीं चुनाव बाद बीजेपी चिराग की पार्टी और उसके सहयोगियों को अपने साथ लेकर आ सकती है। लेकिन यह केवल राजनीतिक कयास है। हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते

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