मंगलवार को किशनगंज जिला स्थित टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार के सामने आशा कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने थाली बजा कर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। ये कार्यकर्ताएं बिहार राज्य स्तरीय आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर संघ के आह्वान पर 9 सूत्रीय मांगों को प्रदर्शन कर रही हैं।
विगत 25 जुलाई को आशा कार्यकर्ताओं ने टेढ़ागाछ के चिकित्सा पदाधिकारी को लिखित ज्ञापन सौंपा था जिसके बाद से सभी कार्यकर्ताएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सरकार उन्हें उनके कार्य के मुताबिक मानदेय नहीं दे रही है।
प्रदर्शन में शामिल एक आशा कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार से उनकी एक मांग यह है कि उन्हें 10 हजारे रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाय। इसके अलावा और भी ऐसी कई मांगें हैं जो बिहार सरकार पूरा करना नहीं चाहती। प्रदर्शन के दौरान आशा दीदियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ नारेबाजी की।
चिकित्सा पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं के संघ की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की लिखित सूचना मिली थी, जिसकी सूचना विभागीय स्तर से सरकार को भेजी गई है।
दिघलबैंक में भी विरोध प्रदर्शन
वहीं दिघलबैंक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने आशा कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर प्रदर्शन किया। आशा कार्यकर्ता अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 15 दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं। मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम लोग रात दिन काम करते हैं जिसके एवज में जो मानदेय मिलता है उससे परिवार का भरण पोषण संभव नहीं हैं। जबतक मानदेय में बढ़ोतरी और राज्यकर्मी का दर्जा जैसी सभी 9 मांगों की पूर्ति नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। मौके पर शर्मिला देवी, जासो देवी, तारा देवी, कलावती कुमारी, सुशीला देवी, अनिता देवी, हीना कुमारी आदि आशा कार्यकर्ता मौजूद थीं।
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