केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न पुरस्कार देने के ऐलान पर बिहार AIMIM नेता अख्तरूल ईमान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये सब राजनीतिक स्वार्थ की बुनियाद पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस पुरस्कार के हक़दार थे और यह पुरस्कार उनको बहुत पहले मिल जाना चाहिए था।
अख्तरुल ईमान ने कहा कि पिछले दिनों सदन में उन्होंने एक प्रस्ताव रखा था कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर पटना के डाकबंगला चौराहे का नाम हो, लेकिन किसी भी दल ने समर्थन नहीं दिया और ना ही मेरे द्वारा रखा गया प्रस्ताव को स्वीकार किया गया।
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“कर्पूरी ठाकुर जैसे महान समाजवादी नेता जिन्होंने बिहार के पिछड़े और दलितों के लिये बड़ा काम किया है। पटना में इतने सारे लोगों के स्टैच्यू (मूर्ति) लगे हुए हैं यादगार के लिये। डाकबांग्ला चौराहा कर्पूरी ठाकुर जी की नाम पर कर दिया जाये। लेकिन, चाहे एनडीए के लोग हों या गठबंधन के लोग हों किसी की एक आवाज़ नहीं निकली मेरे समर्थन में,” उन्होंने कहा।
पूर्णिया के अमौर से विधायक ईमान ने आगे कहा, “हक़ वाले को तो हक़ देना पड़ता है, चाहे मजबूरी में ही सही। आज दलित समाज और पिछड़ा समाज याद आया है तो केंद्र सरकार (द्वारा) उनको पुरस्कार दिया जा रहा है तो सारे लोग ताली पीट रहे हैं और समर्थन कर रहे हैं। तो सदन में फिर इनलोगों को क्या हो गया था।”
उन्होंने कहा कि जो लोग कर्पूरी ठाकुर को यह पुरस्कार दे रहे हैं, वे कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा से भी खुद को करीब कर लें तो बड़ी बात होगी। ईमान ने दलितों और पिछड़ों के प्रति कर्पूरी ठाकुर द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में शामिल होने के क़यास पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि नीतीश कुमार विश्वास के पात्र नहीं रहे हैं और जो लोग उनके साथ हैं उन्हें समझना चाहिए कि कछुआ के सिर पर सवार होकर नदी पार नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निशाना साधते हुए ईमान ने कहा कि राहुल गांधी चाहे असम में हो या फिर सीमांचल के क्षेत्रों में, सिर्फ वैसी जगह पर जा रहे हैं, जहां मुस्लिम बहुल वोटर हैं।
“यूपी में राहुल गांधी को सहारा नहीं मिला तो जाकर माइनॉरिटी के लोगों के दरमियान से जीत कर आये हैं। बच गया है यही लोग। वैसे भी उनको देश का भ्रमण करना चाहिये। चूंकि सामाजिक ज्ञान के मामले में राहुल गांधी परिपक्व नहीं हैं, तो वह देश की जगहों में जाकर सामाजिक ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। यह एक अच्छी बात है,” उन्होंने कहा।
बताते चलें कि केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को उनके 100वें जन्मदिवस पर ‘भारत रत्न’ देने का ऐलान किया है। भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की घोषणा की है।
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