Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

हर घर नल का जल योजना में ग्लोबल टेंडर दिए जाने को लेकर छोटे संवेदक कर रहे विरोध

पीएचईडी विभाग के ग्लोबल टेंडर के फैसले के बाद सीमांचल के छोटे ठेकेदार इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्लोबल टेंडर के लागू होने से सिर्फ बड़े पूंजीपति वर्गों के संवेदकों और उनकी कम्पनियों को इसका फायदा मिलेगा और राज्य के छोटे संवेदक बेरोजगार हो जायेंगे।

Avatar photo Reported By Amit Singh |
Published On :

बिहार में 28 अगस्त 2020 से शुरू हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट “हर घर नल का जल योजना” के टेंडर अभी तक राज्य के छोटे ठेकेदारों को दिये जाते रहे हैं, लेकिन हाल ही में योजना का कार्य संभालने के लिए पीएचई विभाग ने ग्लोबल टेंडर देने के निर्देश दिए हैं।

पीएचईडी विभाग के इस फैसले के बाद सीमांचल के छोटे ठेकेदार इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्लोबल टेंडर के लागू होने से सिर्फ बड़े पूंजीपति वर्गों के संवेदकों और उनकी कम्पनियों को इसका फायदा मिलेगा और राज्य के छोटे संवेदक बेरोजगार हो जायेंगे।

Also Read Story

अररिया में भाषण देने के बाद तेजस्वी यादव की बिगड़ी तबीयत

किशनगंज: कोचाधामन के घूरना में लगी भीषण आग, कई लोग गंभीर रूप से झुलसे

15 मई तक आयेगा बिहार कृषि सेवा और BPSC ड्रग इंस्पेक्टर परीक्षा का रिज़ल्ट

बिहार: मई में बढ़ेगी लू लगने की घटना, अप्रैल में किशनगंज रहा सबसे कम गर्म

अगले साल के अंत तक हम दस लाख नौकरी पूरा कर देंगे: सुपौल में बोले नीतीश कुमार

कटिहार के एक गांव में 200 से अधिक घर जल कर राख, एक महिला की मौत

अररिया में विपक्ष पर बरसे जेपी नड्डा, कहा, “यह ऐसा कुनबा है, जिसमें आधे बेल पर हैं, आधे जेल में हैं”

अररिया में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने केंद्र सरकार को घेरा, राजद प्रत्याशी शाहनवाज़ के लिए मांगा वोट

किशनगंज के पौआखाली में आग में झुलस कर महिला व तीन बच्चों की मौत

विरोध में शामिल संवेदक असगर अली पीटर ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री का कहना है कि हम 16 लाख रोज़गार देंगे और दूसरी तरफ आप संवेदकों को बेरोज़गार करते जा रहे हैं। असग़र अली का मानना है कि मुखयमंत्री को इसकी जानकारी नहीं है बल्कि उनके पीछे ये षडयंत्र रचा जा रहा है।


वह आगे कहते हैं, “इसमें विभाग के लोग भी शामिल हैं जो चाहते हैं कि बड़ी कंपनियों को काम देकर उनसे मोटा पैसा निकाला जाए, इसीलिए हम चाहते हैं कि इस टेंडर को छोटा किया जाए। इसके लिए हमने आज सभी संवेदकों की मीटिंग बुलाई है जिसमे तय किया गया है कि हम अपनी इस रोज़ी रोटी की लड़ाई के लिये माननीय नयायालय की शरण में जाएंगे।”

प्रदर्शन में शामिल एक अन्य संवेदक अहमद हुसैन कहते हैं कि ये साफ़ साफ़ कमिशनखोरी का खेल है, ग्लोबल टेंडर से कार्य की गुणवत्ता में कमी आती है। इस योजना में बड़े कांट्रेक्टर द्वारा किये गए कार्य में शिकायत देखने को मिलती है, जबकि जो काम हम छोटे कांट्रेक्टर करते हैं उसमें अगर कोई कमी निकाल दे, तो हम अभी के अभी इस लड़ाई से पीछे हट जाएंगे।

अहमद हुसैन बताते हैं, “जब भी योजना की जांच होती है तो केवल हम छोटे ठेकेदारों की ही जांच की जाती है जिन लोगो को बड़े टेंडर दिये जाते हैं, उनकी कभी जांच नहीं की जाती।”

तनवीर आलम भी एक संवेदक हैं और ग्लोबल टेंडर को लेकर हो रहे विरोध में शामिल हैं। उनका कहना है कि ये ग्लोबल टेंडर मनमाने तरीके से किया गया है।

तनवीर बताते हैं, “हम रोज़ अखबारों में देखते हैं कि बांका, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी जैसे डिवीजन में छोटे छोटे टेंडर किये गए हैं, स्थानीय संवेदकों का पहला हक़ बनता है क्योंकि सरकार का उद्देश्य भी लोगो को रोज़गार देना है।”

उन्होंने आगे कहा कि इस योजना को छोटे छोटे संवेदको ने रात-दिन मेहनत कर धरातल पर लाने का कार्य किया है, और अब उन्ही को बेरोज़गार किया जा रहा है, यदि ग्लोबल टेंडर किया गया तो प्रदेश भर के ठेकेदार तो बेरोजगार होंगे ही साथ ही उनके अधीनस्थ जितने भी मज़दूर लोग काम करते हैं, वो भी बेरोजगार होंगे।

वहीं, अन्य ठेकेदारों ने राज्य सरकार और विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार छोटे छोटे संवेदकों का ख्याल कर ग्लोबल टेंडर को निरस्त नहीं करेगी, तो हम सभी संवेदक मिलकर न्यायालय की शरण में जाएंगे।

इस मामले को लेकर पीएचई विभाग के कार्यपालक अभियंता मुहम्मद ताहिर हसन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभाग का निर्देश प्राप्त हुआ था, जिसके आलोक में ग्लोबल टेंडर निकाला गया है। इस टेंडर में जो सभी मानकों को पूरा करेंगे और सक्षम होंगे, वो टेंडर प्रक्रिया में भाग लेंगे।

उन्होंने आगे बताया कि ग्लोबल टेंडर के विरोध में संवेदको के द्वारा उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है, जिसे विभाग को भेजा जायेगा, उसके बाद विभाग से जो भी निर्देश मिलेगा उसपर अमल किया जायेगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Amit Kumar Singh, a native of Kishanganj, Bihar, holds a remarkable 20-year tenure as a senior reporter. His extensive field reporting background encompasses prestigious media organizations, including Doordarshan, Mahua News, Prabhat Khabar, Sanmarg, ETV Bihar, Zee News, ANI, and PTI. Notably, he specializes in covering stories within the Kishanganj district and the neighboring region of Uttar Dinajpur in West Bengal.

Related News

हाई वोल्टेज बिजली से किराना दुकान में लगी भीषण आग, लाखों का नुक्सान

BPSC द्वारा आयोजित ‘बिहार कृषि सेवा’ के विभिन्न पदों के लिये हुई परीक्षा का फाइनल उत्तर जारी

BPSC TRE समेत अन्य परीक्षा के लिये दो बार करना पड़ा है पेमेंट, तो ऐसे मिलेगा पैसा वापस

हम और कभी इधर-उधर नहीं जायेंगे, जहां पर शुरू से हैं वहीं रहेंगे: अररिया में बोले सीएम नीतीश कुमार

कटिहार: तीन अलग-अलग जगह आग से दर्जनों घर जलकर खाक, लाखों का नुक़सान

इंडिया गठबंधन वाले आपस में ही लड़ रहे हैं”, अररिया में बोले जीतन राम मांझी 

कटिहार लोकसभा क्षेत्र: प्राणपुर में 66.77% वोटिंग, कटिहार में सबसे कम, महिला वोटर रहीं आगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’