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बालासोर भीषण ट्रेन हादसे में बाल बाल बचे बिहार के यात्री अररिया पहुँचे

बालासोर से 40 यात्रियों की बस रविवार की देर रात अररिया पहुँची। इन यात्रियों में अररिया जिले के 24, दरभंगा के 9, समस्तीपुर के तीन और सीतामढ़ी व किशनगंज के 2-2 लोग शामिल हैं।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
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उड़ीसा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में बिहार के जिंदा बचे यात्री अपने घर लौट आए हैं। बालासोर से 40 यात्रियों की बस रविवार की देर रात अररिया पहुँची। इन यात्रियों में अररिया जिले के 24, दरभंगा के 9, समस्तीपुर के तीन और सीतामढ़ी व किशनगंज के 2-2 लोग शामिल हैं।

अररिया पहुंचे रेल हादसे के पीड़ितों को रिसीव करने के लिए अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह के साथ जिला प्रशासन के लोग भी मौजूद थे। जिला प्रशासन की ओर से इन के लिए चिकित्सा और भोजन का बेहतर इंतजाम किया गया था। मेडिकल जांच के बाद सभी यात्रियों को अपने गृह जिले के लिए रवाना किया जाएगा।

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जिला प्रशासन की तरफ से अररिया अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश चंद्र दिवाकर, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी विजय कुमार मौके पर तैनात थे।


सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने एक-एक कर सभी यात्रियों से बात की और उन्हें ढांढ़स बंधाया। जिला आपदा पदाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि इन यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने का इंतजाम किया जा रहा है।

सांसद से बात करने के दौरान इन यात्रियों में से कई उस खौफनाक मंजर को याद करके भावुक हो गए। सांसद ने कहा क इस हादसे से सभी यात्री अभी भी सहमे हुए हैं। इनसभी पर ईश्वर की कृपा रही कि ये लोग सुरक्षित हैं।

सांसद ने वापस लौटे यात्रियों में शामिल बच्चों से बात की और उनका हौसला बढ़ाया। इनमें से अक्सर बच्चे पढ़ाई करने केरल जा रहे थे। वापस लौटने वालों में मदनपुर, पलासी, जोकीहाट के तूरकेली आदि जगह के बच्चे शामिल हैं।

बच्चों के साथ लौटे यात्री मो आकिब ने बताया कि ये वैसे बच्चे हैं जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे और वहां के स्कूल में इन्हें निशुल्क शिक्षा दी जाती है और किसी प्रकार का खर्च नहीं लगता है। यही कारण है कि ये बच्चे केरल पढ़ाई करने जा रहे थे।
ज्ञात हो कि ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में बिहार के चार लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में पूर्णिया के दो तथा मुज़फ्फरपूर और पूर्वी चंपारण के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।
यह हादसा ओडिशा के बालासोर में हुआ था जहां तीन ट्रेनों की भयानक टक्कर में कम से कम 261 लोगों की मौत और लगभग 900 लोग घायल हो गए थे। यह टक्कर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई थी।

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नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

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