पूर्णिया जिला परिषद अध्यक्ष वाहिदा सरवर के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है। जिला परिषद सदस्यों ने पूर्णिया जिला परिषद अध्यक्ष को एक पत्र लिख कर इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक बुलाने की मांग की है। पत्र में कुल नौ जिला परिषद सदस्यों ने दस्तखत किए हैं। पत्र की प्रति पूर्णिया जिला पदाधिकारी और जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को भी भेजी गई है।
अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे जिला परिषद सदस्यों ने पत्र में कई कारण गिनवाए हैं। कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में योजनाओं को लागू करने के लिए जिला परिषद को 60 करोड़ रुपये दिये गये थे जिसमें केवल 5% राशि ही योजनाओं पर खर्च की गई है। पत्र में यह भी लिखा गया कि वाहिदा सरवर पंचायत राज अधिनियम के नियमों का पालन नहीं करती हैं और अक्सर कार्यालय से गायब रहती हैं जिस कारण कई समस्याओं पर बातचीत भी नहीं हो पाती है ।
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जिला परिषद सदस्यों ने जिला परिषद की जमीनों पर अतिक्रमण बढ़ने पर चिंता जाहिर की और पत्र में लिखा कि सदन में इस विषय को लाने के बावजूद जिला परिषद अध्यक्ष ने कोई भी कार्रवाई नहीं की।
क्या मिल जाएगा अविश्वास प्रस्ताव को बहुमत?
पूर्णिया जिला परिषद में कुल 34 सदस्य हैं। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सदस्यों में शामिल क्षेत्र संख्या 13 के जिला परिषद सदस्य संतोष कुमार सिंह की मानें तो कुल 25 सदस्य इस अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इलाके के विकास के लिए काम नहीं किया जा रहा है। दो साल बीत जाने के बावजूद योजनाओं को लागू न करने के कारण जनता का उन जैसे जिला परिषद सदस्यों से विश्वास उठ रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर विकास कार्य नहीं किया जा रहा है और पूरे जिले में कार्य व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। राशि मिलने के बावजूद जनता के हित में कोई काम नहीं किया जा रहा है। इसको देखते हुए सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है और सदन में जल्द ही इस पर चर्चा शुरू की जाएगी।
“क्षेत्र में काम नहीं होगा, तो अगली बार हम लोग अपने क्षेत्र में क्या मुंह दिखाएंगे। हम लोग जो इतना ज्यादा ज्यादा मत लेकर जीत कर आए हैं और अगर काम नहीं होगा तो जनता हमारे प्रति रोष तो व्यक्त करेगी ही ना। इसलिए हम लोग अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं। हमलोग बहुमत में हैं, हम 25 जिला परिषद सदस्य मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लगाए हैं, ” संतोष कुमार ने कहा।
वहीं पूर्णिया जिला परिषद क्षेत्र संख्या 9 के सदस्य मोहम्मद नौशाद ने कहा कि जिला परिषद की संपत्ति पर इतना अधिक अतिक्रमण हो गया है कि सामुदायिक शौचालय या पुस्तकालय जैसे किसी भी सामाजिक विकास कार्य के लिए ज़मीन ढूंढ़ने पर सीओ अनापत्ति पत्र नहीं दे पाते हैं। इस तरह के कई विकास कार्य ठप्प पड़े हुए हैं जिस कारण जिला परिषद सदस्यों ने मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया।
वाहिदा सरवर ने अपनी प्रतिक्रिया दी
मामले में पूर्णिया जिला परिषद अध्य्क्ष वाहिदा सरवर ने कहा, “कुछ माननीय सदस्यों द्वारा मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिdया गया है। मैं देखती हूँ क्या दिककत है, परेशानी है। मैं इस पर विचार करूंगी।”
बता दें कि 2 वर्ष पूर्व 3 जनवरी 2022 को वाहिदा सरवर ने पूर्णिया जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव जीता था। तब उन्होंने 15 के मुकाबले 19 वोटों के साथ बिहार सरकार की पूर्व मंत्री बीमा भारती की बेटी रानी भारती को हरा दिया था। वाहिदा 2015 विधानसभा चुनाव में बायसी से AIMIM की टिकट पर लड़े प्रत्याशी गुलाम सरवर की पत्नी हैं।
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