लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका लगा है। पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. अहमद अशफाक करीम ने लालू प्रसाद यादव पर मुसलमानों की हक़मारी का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
कटिहार मेडिकल कॉलेज के संस्थापक करीम ने त्याग पत्र में लिखा है, “मैं आपकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं। मैं आपकी पार्टी से सामाजिक न्याय को ताक़त प्रदान करने के लिए जुड़ा था। आप जातीय जनगणना कराने का दावा करते थे। ‘जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी’ का नारा देते थे।”
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आगे उन्होंने लिखा है, “लेकिन आपने मुसलमानों की हकमारी की है। उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी। इसलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिये असंभव है। अतः मेरे इस त्यागपत्र को स्वीकार करें! मैं हमेशा आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।’
टिकट न मिलने से थे नाराज़?
लोकसभा चुनाव में कटिहार से टिकट नहीं मिलने पर वह राजद से नाराज़ चल रहे थे। कटिहार सीट कांग्रेस के खाते में जाने के बावजूद उन्होंने नॉमिनेशन करने के लिए एनआर भी कटवा लिया था। लेकिन बाद में उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया। उन्हें उम्मीद थी कि गठबंधन उन्हें कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव लड़ा सकता है।
वहीं, कुछ लोग ये भी मानते हैं कि कटिहार सीट कांग्रेस के कोटे में जाने के बाद वह अररिया से टिकट मांग रहे थे।
थाम सकते हैं जेडीयू का हाथ!
पूर्व सांसद का त्यागपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कल रात से ही नीतीश कुमार के साथ एक फोटो वायरल हो रहा है। कटिहार के राजनीतिक गलियारे में कयास है कि पूर्व सांसद अशफाक करीम जदयू में जा सकते हैं। हालांकि किसी पार्टी में जाने के बारे में उन्होंने अब तक कुछ नहीं कहा है।
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