मतगणना को लेकर अररिया क़ृषि उत्पादन बाजार समिति सह पुलिस केंद्र के प्रांगण में अररिया, फारबिसगंज, जोकीहाट, सिकटी, नरपतगंज और रानीगंज विधानसभाओं के लिए 6 हॉल बनाए गए हैं। प्रत्येक हॉल में 14-14 टेबल लगाए गए हैं, जिसमें 28 राउंड वोटों की गिनती होनी है।
काराकाट लोकसभा सीट में रोहतास और औरंगाबाद जिलों के इलाके आते हैं। ये सीट वर्ष 2009 में अस्तित्व में आई है और यहां से पहला सांसद जदयू के टिकट पर महाबली कुशवाहा बने थे। वर्ष 2014 के चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा ने यहां से जीत दर्ज की थी, लेकिन वर्ष 2019 के चुनाव में महाबली कुशवाहा ने दोबारा जीत हासिल की। इस बार एनडीए में यह सीट राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा को मिली है।
गोपालगंज सीट पर एनडीए गठबंधन की तरफ से जदयू के टिकट पर डॉ. आलोक कुमार सुमन और इंडिया गठबंधन की तरफ से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर चंचल पासवान मैदान में हैं।
बिहार भाजपा मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा द्वारा निष्कासन का पत्र जारी कर दिया गया है। पत्र में कहा गया है कि दल विरोधी कार्य के लिए प्रदेश अध्यक्ष के आदेशानुसार पवन सिंह को पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
हाजीपुर लोकसभा सीट पर एनडीए गठबंधन की तरफ से लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की टिकट पर चिराग पासवान चुनावी मैदान में हैं। चिराग पासवान दुसाध जाति से हैं। बिहार में हुई जाति आधारित गणना के अनुसार, राज्य में दुसाध, (धारी, धरही) जाति की आबादी तक़रीबन 69,43,000 लाख है, जो कि कुल आबादी का 5.31 प्रतिशत है।
राजद ने इस बार उनका टिकट काट कर अवध बिहारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिस वजह से हिना शहाब निर्दलीय ही मैदान में कूद गई हैं। ऐसे में सिवान लोकसभा सीट पर चुनाव दिलचस्प हो गया है। चुनावी विश्लेषकों की मानें तो हिना शहाब के लड़ने से इस सीट पर मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है।
चुनाव आयोग की आंकड़ों के मुताबिक़, इस बार सबसे अधिक वोटिंग बेगूसराय लोकसभा सीट पर और सबसे कम वोटिंग मुंगेर सीट पर हुई है। बेगूसराय में 58.4% और मुंगेर में 55% मतदान हुआ है। इसी तरह, समस्तीपुर में 58.1%, दरभंगा में 56.63% और उजियारपुर में 56% वोटिंग हुई है।
उजियारपुर लोकसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनी थी। अब तक हुए तीनों चुनावों में एनडीए गठबंधन ने इस सीट पर लगातार क़ब्ज़ा किया है। 2009 में जदयू की अश्वमेध देवी यहां से सांसद चुनी गईं। 2014 और 2019 में भाजपा के नित्यानंद राय उजियारपुर से सांसद बने।
मुंगेर सीट पर पिछले चार लोकसभा चुनावों की बात करें तो 2004 में यह सीट राजद, 2009 में जदयू, 2014 में लोक जनशक्ति पार्टी और 2019 में जदयू यह सीट जीतने में कामयाब रही है। हालांकि, इस बार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए गठबंधन का हिस्सा है।
गिरिराज सिंह 2002 से मई 2014 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) रहे हैं। 2008-2010 के बीच वह बिहार के सहकारिता मंत्री और 2010-2013 के बीच पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री रहे।
2020 के विधानसभा चुनाव में दरभंगा लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोट एनडीए गठबंधन को मिले थे। महागठबंधन दूसरे नंबर पर और लोक जनशक्ति पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी। दरभंगा में एनडीए को 3,97,506, महागठबंधन को 3,69,408 और लोक जनशक्ति पार्टी को 70,067 वोट हासिल हुए थे।
कल्याण बिगहा गांव, नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड में आता है। यह गांव नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां कुर्मी वोटरों की तादाद सबसे ज्यादा है और वे प्रभुत्व वाली बिरादरी हैं। दूसरे नंबर पर यादव समुदाय आते हैं। इसके अलावा यहां दलित और अतिपिछड़ा आबादी भी है। ये कुर्मी नीतीश कुमार के वफादार हैं। हालांकि अन्य तबकों के वोट भी नीतीश कुमार को मिलते हैं।
तीसरे चरण में कुल 9,848 मतदान केंद्र बनाये गये थे। पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इन सीटों पर इस बार कम वोटिंग हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर 61.22% वोटिंग हुई थी।
महेंद्र साह पलासी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचैली में चुनावी ड्यूटी पर तैनात थे। वह सीतामढ़ी में होमगार्ड जवान के तौर पर पदस्थापित थे। अररिया में उनकी ड्यूटी लगी थी।
ग्रामीणों के मुताबिक 6 तारीख की सुबह 6 बजे कलीम खा को बेहोशी की हालत में देखा गया था। इसके बाद परिजनों ने उन्हें सुपौल सदर अस्पताल में ईलाज के लिए एडमिट कराया। सदर अस्पताल में काम कर रहे एएसपी सिन्हा के मुताबिक मरीज को सिर, कमर और छाती में ज़ख्म है, फिलहाल प्राथमिक इलाज किया जा रहा है।