बिहार लोक सेवा आयोग ने तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथियों की घोषणा कर दी है। तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन 7 मार्च से 17 मार्च के बीच किया जायेगा। तीसरे चरण में प्राइमरी, मिडिल, हाई स्कूल और प्लस टू स्कूली शिक्षक पदों के लिये परीक्षा होगी।
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से ये जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का सप्लीमेंटरी रिजल्ट जारी नहीं होगा। इनमें से बचे हुए रिक्त पदों को चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में जोड़ दिया जायेगा, जो कि अगस्त में होगी।
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तीसरे चरण में कितने शिक्षक पदों के लिये परीक्षा होगी, इसको लेकर कोई निश्चित संख्या अतुल प्रसाद ने नहीं बताई। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि इस चरण में भी बड़ी संख्या में शिक्षक पदों के लिये परीक्षा का आयोजन किया जायेगा।
तीसरे चरण की परीक्षा के लिये 10 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन शुरू होगा। 23 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किये जायेंगे। हालांकि, परीक्षा तिथियों और ऑनलाइन आवेदन की तिथियों को लेकर अतुल प्रसाद ने कहा कि ये संभावित तिथियां हैं और लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की वजह से इनमें बदलाव हो सकता है।
तीसरे चरण में शिक्षा विभाग से संबंधित स्कूल और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग अंतर्गत स्कूलों के शिक्षक पदों के लिये परीक्षा होगी। वहीं, इस बार पिछड़ा वर्ग तथा अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग अन्तर्गत स्कूलों के शिक्षक पदों के लिये परीक्षा नहीं होगी, क्योंकि दूसरे चरण में इन शिक्षक पदों के लिये सप्लीमेंटरी रिजल्ट जारी हुआ था।
उल्लेखनीय है कि बिहार लोक सेवा आयोग ने दूसरे चरण में शिक्षा विभाग से संबंधित स्कूल और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग अंतर्गत स्कूलों के शिक्षक पदों के लिये हुई परीक्षा का सप्लीमेंटरी रिजल्ट जारी नहीं किया था। हालांकि, पहले चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का सप्लीमेंटरी रिजल्ट जारी किया गया था।
आवेदन की तिथि तक जो भी अभ्यर्थी योग्य होंगे, वही इन पदों के लिये आवेदन कर सकते हैं। यानी कि अपीयरिंग अभ्यर्थियों को इसमें मौका नहीं दिया जायेगा। वहीं, डोमिसाइल लागू करने के सवाल पर अतुल प्रसाद ने कहा कि इसका फैसला बिहार सरकार करेगी।
इस चरण में भी निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं होगा। निगेटिव मार्किंग को लेकर अतुल प्रसाद ने कहा कि जब शिक्षक अभ्यर्थियों का लेवल कंबाइंड सर्विसेज के अभ्यर्थियों के लेवल के बराबर हो जायेगा, तब ही शिक्षक भर्ती परीक्षा में निगेटिव मार्किंग लागू करने को लेकर विचार किया जायेगा।
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