Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

केके पाठक का अपशब्द वाला वीडियो वायरल करने वाले अधिकारी निलंबित

विभाग का मानना है कि रजनीश कुमार झा द्वारा सरकारी बैठक की कार्यवाही को सार्वजनिक करना बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली-1976 का उल्लंघन है। साथ ही विभाग ने इसे कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता माना है।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
Published On :

विभागीय वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का वीडियो रिकॉर्ड कर उसे वायरल करने वाले जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को विभाग ने निलंबित कर दिया है। निलंबित पदाधिकारी रजनीश कुमार झा सहरसा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक अधिसूचना जारी की है।

विभाग का मानना है कि रजनीश कुमार झा द्वारा सरकारी बैठक की कार्यवाही को सार्वजनिक करना बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली-1976 का उल्लंघन है। साथ ही विभाग ने इसे कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता माना है।

दरअसल, 20 फरवरी को संध्याकालीन वीडियो कांफ्रेंसिंग का वीडियो रिकॉर्ड कर सहरसा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था, जो वायरल हो गया था। इस संबंध में 22 फरवरी को जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहरसा को दिये गये स्पष्टीकरण में रजनीश कुमार झा के द्वारा इन आरोपों को स्वीकार किया गया है।


वायरल वीडियो में केके पाठक अपशब्द बोलते हुए दिख रहे हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद विभाग की खूब किरकिरी हुई थी।

मामला खूब हाईलाइट हुआ तो विभाग ने 24 फरवरी को सहरसा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा। अपने स्पष्टीकरण में उन्होंने एक बार फिर से आरोपों को स्वीकारते हुये, इस गलती के लिए क्षमा की याचना की।

पूरे मामले की समीक्षा के बाद विभाग इन नतीजे पर पहुंचा कि झा द्वारा किये गये अनुचित कार्य से विभाग की बदनामी हुई तथा उनके द्वारा स्पष्ट रूप से बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली, 1976 के नियमों का उल्लंघन किया गया है।

रजनीश कुमार झा को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण व अपील) नियमावली-2005 के संगत प्रावधानों के तहत निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, दरभंगा के कार्यालय में रहेगा। निलंबन अवधि में इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा, जिसका भुगतान इनके निर्धारित मुख्यालय के कार्यालय से किया जायेगा।

Also Read Story

CBSE ने जारी किया 10वीं का रिज़ल्ट, 93.6% छात्र सफल, पिछले साल से बेहतर रिज़ल्ट

BPSC हेडमास्टर पदों के लिये आयु सीमा में छूट मिलने वाले अभ्यर्थियों का 11 मई से आवेदन

BSEB सक्षमता परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, कॉमर्स को वैकल्पिक विषय समूह में किया शामिल

अदालत ने ही दी नौकरी, अदालत ने ही ली नौकरी, अब क्या करे अनामिका?

सक्षमता परीक्षा-2 के लिये 26 अप्रैल से आवेदन, पहले चरण में सफल शिक्षक भी ले सकेंगे भाग

बिहार के स्कूलों में शुरू नहीं हुई मॉर्निंग शिफ्ट में पढ़ाई, ना बदला टाइम-टेबल, आपदा प्रबंधन विभाग ने भी दी थी सलाह

Bihar Board 10th के Topper पूर्णिया के लाल शिवांकर से मिलिए

मैट्रिक में 82.91% विधार्थी सफल, पूर्णिया के शिवांकार कुमार बने बिहार टॉपर

31 मार्च को आयेगा मैट्रिक परीक्षा का रिज़ल्ट, इस वेबसाइट पर होगा जारी

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

Related News

सक्षमता परीक्षा का रिज़ल्ट जारी, 93.39% शिक्षक सफल, ऐसे चेक करें रिज़ल्ट

बिहार के सरकारी स्कूलों में होली की नहीं मिली छुट्टी, बच्चे नदारद, शिक्षकों में मायूसी

अररिया की साक्षी कुमारी ने पूरे राज्य में प्राप्त किया चौथा रैंक

Bihar Board 12th Result: इंटर परीक्षा में 87.54% विद्यार्थी सफल, http://bsebinter.org/ पर चेक करें अपना रिज़ल्ट

BSEB Intermediate Result 2024: आज आएगा बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम, छात्र ऐसे देखें अपने अंक

मधुबनी डीईओ राजेश कुमार निलंबित, काम में लापरवाही बरतने का आरोप

बिहार में डीएलएड प्रवेश परीक्षा 30 मार्च से, परीक्षा केंद्र में जूता-मोज़ा पहन कर जाने पर रोक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

बिहार-बंगाल सीमा पर वर्षों से पुल का इंतज़ार, चचरी भरोसे रायगंज-बारसोई

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?