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‘2024 में देश मांगे नीतीश’ – इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले जदयू प्रदेश कार्यालय में लगा पोस्टर

जदयू के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय के बाहर एक बड़ा सा पोस्टर लगाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री को इंडिया गठबंधन के मुखिया के तौर पर पेश करने का प्रयास किया गया है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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मंगलवार 19 दिसंबर को दिल्ली में इंडिया गठबंधन अगली बैठक रखी गई है। बैठक से ठीक पहले जदयू कार्यालय के बाहर लगा एक पोस्टर खूब चर्चा में है।

जदयू के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय के बाहर एक बड़ा सा पोस्टर लगाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री को इंडिया गठबंधन के मुखिया के तौर पर पेश करने का प्रयास किया गया है।

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‘2024 में देश मांगे नीतीश’ का नारा वाले इस पोस्टर को इंडिया गठबंधन के दिल्ली में होने वाली मीटिंग से पहले एक बड़े संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। इस पोस्टर को जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ ने कार्यालय के बाहर लगवाया है। इस पोस्टर से ज़ाहिर है कि जदयू नेता और कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया महागठबंधन के सबसे बड़े चेहरे के तौर पर पेश करने के प्रयास में हैं।


जदयू विधायक रिंकू सिंह ने तो नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग कर दी है। उनके अनुसार गठबंधन के लिए यह घोषणा करने का बिलकुल सही समय है। इंडिया गठबंधन के पास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाने के सिवा और कोई चारा नहीं है।

बिहार के कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी ने भी इशारों में गठबंधन का नेतृत्व नीतीश कुमार को सौंपने को कहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री के पास तमाम गुण हैं जो देश के प्रधानमंत्री में होना चाहिए। एक अन्य जदयू के एक नेता ने कहा कि जदयू इस बैठक में सीटों के बंटवारे पर बात करेगी।

बता दें कि मंगलवार को हो रही यह बैठक इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक होगी। इससे पहले तीन बैठकें पटना, बंगलुरू और मुंबई में हो चुकी हैं।

(आईएएनएस इनपुट के साथ)

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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