राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव रहे रहीमुद्दीन उर्फ़ हैबर बाबा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में शामिल हो गए। शनिवार को किशनगंज में एआईएमआईएम के दफ्तर में उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पार्टी में शामिल किया और माला पहना कर उन्हें बधाई दी। पार्टी में शामिल होने के बाद हैबर ने कहा कि राजद उन्हें अवाम के लिए आवाज़ उठाने से रोक रहा था जिसके बाद उन्होंने पार्टी से खुद को अलग कर लिया।
रहीमुद्दीन उर्फ़ हैबर ने कहा कि ठाकुरगंज के नगर पालिका दफ्तर में एक मंदिर का एक प्रतीक चिन्ह (लोगो) लगाया गया था। इस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी, तो राजद ने उन्हें बोलने से मना किया था। इससे नाराज़ होकर हैबर ने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया और एआईएमआईएम में शामिल हुए।
हैबर कहते हैं, “मैं हर धर्म की इज़्ज़त करता हूँ और सबको अपने धर्म को आगे बढ़ाने का अधिकार है। नगर पालिका के दफ्तर में यह जो लोगो लगा, यह एक समुदाय दफ्तर है यह हर धर्म और हर जात के लिए है। चाहे वह मुसलमान का लोगो हो चाहे हिन्दू का हो या सिख, ईसाई का, उसमें यह होना नहीं चाहिए। मैंने जब इस बात को उठाया तो मुझे संदेश आया कि चुनाव के समय आपको यह सब नहीं बोलना है। तो मैं क्या सच नहीं बोलूं।”
हैबर पर राजद छोड़ने के बाद ऐसे आरोप लगे कि वह टिकट की लालच में राजद को छोड़ एआईएमआईएम में शामिल हुए हैं। इस पर उन्होंने कहा, “अगर टिकट का लालच होता तो मैं चुनाव के समय पार्टी से हट कर किसी और पार्टी से चुनाव लड़ सकता था। मुझे लड़ना होता तो मैं दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ता और जीत भी जाता। मुझे नफरत इस बात की है कि मुझे बोलने के लिए इजाज़त लेनी पड़ रही है। मौलाना असरारुल हक़ साहब को भी तीन तलाक़ पर बोलने से रोका गया, शायद वह इसी सदमे से इन्तेकाल कर गए।”
रहीमुद्दीन उर्फ़ हैबर बाबा को बाहुबली नेता भी कहा जाता है और उनके खिलाफ कुछ आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। उनकी इस इमेज को लेकर जब उनसे प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा, “जब गाड़ी सड़क पर चलती है तो उसपर खरोंच आता ही है। इसी तरह हम आवाम के भले के लिए काम करते हैं और उनके विरोधी हमको बदनाम करते हैं। अब राजद को पता चलेगा कि बाहुबली किसे कहते हैं। राजद, एमआईएम के विधायकों को तोड़कर ले गया था अब हम राजद के विधायक को तोड़ कर एमआईएम से जोड़ेंगे और आने वाले समय में एमआईएम ही रहेगा।”
वह आगे कहते हैं, “मैं तो बाहुबली नहीं हूँ। मैं एक सीधा साधा किसान का बेटा हूँ। अगर आप मुझे बाहुबली बनाना चाहते हैं तो मैं भी बनने के लिए तैयार हूँ। आप मेरा यह भी रूप देख लीजिएगा। मुझे राजद ने बोलने से रोका इस लिए मैंने उस पार्टी को ठुकरा दिया। मैं हिन्दुस्तानी हूँ आपका गुलाम नहीं हूँ। मैं लोगों के हक़ के लिए बोलता रहूँगा।”
अख्तरुल ईमान बोले- दूसरे दलों के लोग लगातार हमसे जुड़ रहे हैं
रहीमुद्दीन उर्फ़ हैबर बाबा के पार्टी में आने पर एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि हैबर सीमांचल में अल्पसंखयकों और पिछड़ों को उनका हक़ दिलाने की लड़ाई में एआईएमआईएम के साथ आए हैं और अब पार्टी में समाज के लिए खुलकर आवाज़ उठाएंगे।
Also Read Story
“हम सब हैबर साहब का स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि सीमांचल के पिछड़ेपन की लड़ाई में और यहां जो सौहार्दपूर्ण वातावरण है इसको बरकरार रखने में पूरा सहयोग करेंगे,” अख्तरुल ईमान ने कहा।
अख्तरुल ईमान ने एआईएमआईएम में राज्य की दूसरी पार्टियों से और भी लोगों को शामिल करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि राज्य के अलग अलग जिलों में कई लोग एआईएमआईएम की सच के लिए निष्पक्ष लड़ाई से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़ना चाहते हैं और आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में दूसरी पार्टियों के कई चेहरे एआईएमआईएम से जुड़ने वाले हैं।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।