राज्य में लू लगने से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें अरवल के 3, जहानाबाद के एक और भोजपूर ज़िले के 5 व्यक्ति शामिल हैं। मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा राशि देने की प्रक्रिया जारी है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में गर्मी के क़हर से आम जन जीवन काफी प्रभावित रहा।
लू के प्रति जन जागरुकता के लिए जीविका दीदियों और आपदा मित्रों के माध्यम से हर पंचायत में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके तहत स्कूलों में ‘सुरक्षित शनिवार’ कार्यक्रम होता है, जिसमें हीट वेव से बचने के तरीकों पर विस्तृत चर्चा होती है।
Also Read Story
भीषण गर्मी और लू की पूर्व तैयारियों के संबंध में तीन महीने पहले बिहार के मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों और सभी ज़िला पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक के बाद आवश्यक निर्देश भी जारी किये गये थे।
इन निर्देशों में मानव स्वास्थ्य की देखभाल और लू से प्रभावित मरीज़ों को अस्पतालों में दी जानेवाली सुविधाएं शामिल थीं। इस बैठक में शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों तथा चौक-चौराहों पर पेयजल या प्याऊ की समुचित व्यवस्था और आंगनबाड़ी केंद्रों तथा अन्य स्थानों पर खराब पड़े चापाकलों को मरम्मत करने का निर्णय लिया गया था।
इसके अलावा दिन के वक्त गर्म हवाओं से बचने के लिए रैन बसेरा की तर्ज़ पर आश्रय स्थलों का निर्माण तथा पशु स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से बचाव से संबंधित पशु दवाओं की उपलब्धता और राज्य में स्थापित सभी ग्रीन यार्ड में पेयजल व चारा की व्यवस्था करना भी इन निर्देशों में शामिल थे।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।
Main Bihar ka Rahane wala hun aur ek student