सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में शिक्षकों के वेतनमान और पदों की मंजूरी दे दी गई है। कैबिनेट ने 1,78,026 शिक्षकों के पदों का सृजन किया है। इन पदों पर नियुक्ति बीपीएससी के माध्यम से होगी।
बिहार कैबिनेट के अपर सचिव एस सिद्धार्थ के मुताबिक, इस माह के अंत तक बीपीएससी से वैकेंसी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 1 लाख 78 हजार 26 शिक्षकों के वेतन पर सालाना 10,623 करोड़ 45 लाख रुपये खर्च होंगे।
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प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की बहाली सबसे ज्यादा
इन शिक्षकों की बहाली में सबसे ज्यादा प्राथमिक शिक्षक होंगे। इसमें प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1-5) के शिक्षकों के 85,477 पद सृजित हुए हैं। वहीं, मध्य विद्यालय (कक्षा 6-8) के 1745, माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 9-10) के 33,186 और उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 11-12) के 57,618 पद सृजित किए गए हैं।
11वीं से 12 वीं में वाणिज्य संकाय के लिये 2916 पद, जिसमें बिजनेस स्टडीज के सर्वाधिक 1328 पद शामिल हैं, का सृजन किया गया है। कंप्यूटर शिक्षक के 8395, अंग्रेजी भाषा के 3468, विज्ञान संकाय के 15889, कला संकाय के 19749, हिंदी के 3079, उर्दू के 1684, फारसी के 305, अरबी के 200, एनआरबी के 715 और संस्कृत के 1031 पदों का सृजन किया गया है। कक्षा 11 से 12 के लिए गणित के 2647 शिक्षकों के पद का भी सृजन किया गया है।
नए बहाल शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा
नई नियमावली के तहत बहाल शिक्षक राज्य सरकार के कर्मचारी होंगे। शिक्षकों को भी सरकारी कर्मचारी के अनुसार मूल वेतन के साथ ही महंगाई भत्ता, एचआरए, सीटीए और मेडिकल जैसी अन्य सुविधा का लाभ दिया जायेगा। कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों को प्रतिमाह 40630 रुपये, 6 से 8 तक के शिक्षकों को 45130 रुपये, कक्षा 9 से 10 तक के शिक्षकों को 49630 और कक्षा 11 से 12 तक के शिक्षकों को 51130 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे।
बता दें कि नई शिक्षक भर्ती नियमावली के अनुसार टीईटी, एसटीईटी पास अभ्यर्थी ही बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए योग्य होंगे। इसके अलावा नियोजित शिक्षक को भी परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बनने का मौका दिया गया है।
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