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बिहार में इस महीने होगी माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, प्राथमिक, मध्य विद्यालय शिक्षकों की बहाली

नियोजित शिक्षकों के बीपीएससी परीक्षा विरोध के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षक पंद्रह से बीस सालों तक बच्चों को पढ़ाते आ रहे है। उन विषयों में से सवाल पूछा जाएगा तो आपलोगों को तकलीफ क्या है, आप की नौकरी नहीं जायेगी।

Ariba Khan Reported By Ariba Khan |
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“महागठबंधन सरकार का यह संकल्प है और यह सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी था कि हम 10 लाख लोगों को नौकरियां देंगे। आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कई ऐतिहासिक मौके पर की है। साथ ही मुख्यमंत्री शिक्षकों का वेतन बढ़ाने की बात भी करते रहे हैं।”

मंगलवार को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर ने अपने किशनगंज दौरे पर मीडिया से बातचीत के दौरान उक्त बातें कहीं।

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आगे शिक्षक नियुक्ति पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी पौने दो लाख शिक्षकों की बहाली होनी है, जिसके पूरा होने में लगभग आठ माह लगेंगे। उन्होंने बताया कि चार से पांच महीनें में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की बहाली की जाएगी, उसके चार माह बाद प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों की बहाली पूरी की जाएगी। इसके अलावा विशेष शिक्षक, लाइब्रेरियन और कंप्यूटर ऑपरेटर जैसी 40-45 हजार बहाली होगी।


शिक्षा मंत्री ने बिहार टीईटी परीक्षा आयोजन पर कहा कि जब केंद्र सरकार समय समय पर सिटेट ctet परीक्षा ले रही है तो btet परीक्षा जरूरी नहीं है।

नियोजित शिक्षकों के बीपीएससी परीक्षा विरोध के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षक पंद्रह से बीस सालों तक बच्चों को पढ़ाते आ रहे है। उन विषयों में से सवाल पूछा जाएगा तो आपलोगों को तकलीफ क्या है, आप की नौकरी नहीं जायेगी। शिक्षा मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि जो शिक्षक बीपीएससी परीक्षा पास करेंगे उन्हें राज कर्मी का दर्जा मिलेगा और जो शिक्षक पास नहीं करेंगे वो दोबारा प्रयास करेंगे।

नई शिक्षा नियमावली के बारे में बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा, “शिक्षा विभाग की तमाम विसंगतियों को दूर करने के लिए मौजूदा सरकार ऐसी पारदर्शी नियमावली लाई है जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षक बहाल होंगे जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा होगी और अच्छे छात्र देश की किस्मत को आगे बढ़ाने का काम करेंगे,” उन्होंने कहा।

“इसीलिए इस नियमावली को आप सब लोगों का समर्थन चाहिए। सरकार इसको लेकर पूरी तरह से मुस्तैद है और इस नियमावली के खिलाफ कोई भी ऐसी वैसी बात हम नहीं मानने वाले हैं।”

बाबा बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बिहार आगमन को लेकर इस दिनों राजनीति चरम पर है।

शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर प्रसाद ने बाबा बागेश्वर पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बिहार में गंदे काम और नफरत फैलाने के लिए बाबा आ रहे हैं तो इसकी इजाजत बिहार नहीं देगा।

शिक्षा मंत्री ने बीजेपी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी का उदाहरण देते हुए बाबा बागेश्वर पर प्रहार कर कहा कि अगर बिहार में नफरत फैलाने का काम करेंगे,तो जेल जाएंगे।

बिहार के प्रारंभिक सरकारी स्कूलों में सेशन आरंभ हो चुका है, लेकिन छात्र छात्राओं को किताब उपलब्ध नही होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि कमी को जल्द दूर किया जाएगा। अब तक 70 प्रतिशत छात्रों को किताब मिल चुकी है, जिन बच्चों को नही मिली है, उन्हें जल्द उपलब्ध कराई जाएंगी।

इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस देश में तानाशाही थोपने का प्रयास हो रहा है।

“केंद्र में बैठी सरकार सरकारी उपक्रमों को बेच रही है। इन सभी मुद्दों को लेकर राजद लोगों को जगाने का प्रयास कर रहा है,” उन्होंने कहा।

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अरीबा खान जामिया मिलिया इस्लामिया में एम ए डेवलपमेंट कम्युनिकेशन की छात्रा हैं। 2021 में NFI fellow रही हैं। ‘मैं मीडिया’ से बतौर एंकर और वॉइस ओवर आर्टिस्ट जुड़ी हैं। महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर खबरें लिखती हैं।

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