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बिहार के साइबर हेल्पलाइन में 9 महीने में ही आ गए साढ़े 6 लाख कॉल

कार्रवाई के दौरान अब तक राज्य में हुए साइबर अपराध के मामलों में 29 करोड़ 1 लाख रुपए से अधिक की राशि बचाई गई है। अपराध से जुड़े 7,000 से अधिक मोबाइल फोनों को ब्लॉक भी किया गया है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :
bihar cyber helpline received 6.5 lakh calls in just 9 months

बिहार में इस वर्ष 44 साइबर थाने खोले गए हैं जिसके बाद से राज्य में साइबर अपराधों के कई मामले निकल कर सामने आए हैं।


ऐसी खबरें हैं कि आर्थिक अपराध इकाई के नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के हेल्पलाइन नंबर पर इस फरवरी से नवंबर तक 6.48 लाख से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं। इन शिकायतों के आधार पर अब तक 1543 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

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प्रदेश में आमतौर पर सभी जिलों से साइबर अपराध के मामले सामने आ रहे हैं। सबसे अधिक साइबर अपराधी नालंदा और नवादा जिले में देखने को मिले हैं।
आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो राज्य में साइबर अपराध में 200 से अधिक आरोपियों को पकड़ा गया है। इनमें सबसे अधिक गिरफ्तारी नालंदा और नवादा जिले से हुई है। नालंदा में 50 जबकि नवादा में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


कार्रवाई के दौरान अब तक राज्य में हुए साइबर अपराध के मामलों में 29 करोड़ 1 लाख रुपए से अधिक की राशि बचाई गई है। अपराध से जुड़े 7,000 से अधिक मोबाइल फोनों को ब्लॉक भी किया गया है।

(आईएएनएस इनपुट के साथ)

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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