11 मार्च को केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को अधिसूचित किया जिसके बाद हर तरफ यह चर्चा का विषय बना हुआ है। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने सीएए कानून पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। मंगलवार को किशनगंज में एक प्रेस वार्ता के दौरान अख्तरुल ईमान ने कहा कि भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव से पहले देश में नफरत का माहौल और तनाव पैदा करना चाहती है जिसका जवाब देश की जनता पोलिंग बूथ पर देगी।
अमौर विधायक ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में खुद को कमजोर होता देख इस तरह के कदम उठाकर देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण फैलाना चाहती है।
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“यह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की एक नापाक कोशिश है। कानून बने हुए चार साल हो गए लेकिन उसकी अधिसूचना वह चुनाव से ठीक पहले जारी कर रहे हैं। इस समय सभी लोग चुनाव की तैयारी करेंगे। भाजपा की बुनियाद ही नफरत पर है। गुजरात के खून और बाबरी मस्जिद के इन्हेदाम से उन्हें यह हौसला मिला है कि हम मुसलामानों के खिलाफ बात करेंगे और कुछ लोगों को सांप्रदायिक बनाकर उनके वोट को एकत्रित करेंगे,” अख्तरुल ईमान ने कहा।
“बर्मा में तो मुसलमान प्रताड़ित हैं आपको उसका ख्याल नहीं”
वह आगे कहते हैं, “आने वाले दिनों में उनके (पीएम मोदी) लिए बड़ी चुनौतियां हैं। चाइना के खिलाफ उनका 56 इंच का सीना सिकुड़ कर रह गया। नौजवानों को रोजगार तो नहीं दे सके बल्कि उन्हें बेरोजगार कर दिया। सबका साथ सबका विकास कह कर मुट्ठी भर लोगों का विकास किया और पूरे देश का विनाश कर दिया। जब जनता उनके खिलाफ बोल रही है तो वह लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सीएए की बात कर रहे हैं।”
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को संविधान के अनुच्छेद 14 के खिलाफ बताया और कहा कि यह कानून समानता के अधिकार के खिलाफ है और भेदभाव वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रताड़ित कोई भी हो सकता है मुसलमान के साथ भेदभाव करना गलत है।
CAA पर क्या बोले AIMIM नेता अख्तरुल ईमान @aimim_national @Akhtaruliman5 pic.twitter.com/yJp7QBRWmF
— Main Media / मैं मीडिया (@MainMediaHun) March 12, 2024
“बर्मा में तो मुसलमान प्रताड़ित हैं आपको उसका भी ख्याल नहीं है। हमको पता चला है कि पुलिस को अलर्ट कर दिया है, कर दीजिये। अभी पुलिस से मुकाबला करने नहीं जाएंगे, धरना करने नहीं जाएंगे। चुनाव आ रहा है, सारा विरोध आपका मोदी जी इसी में हो जाएगा कि इस देश को आप कहाँ ले कर जा रहे हैं,” अख्तरुल ईमान बोले।
“नीतीश जी ने माहौल पंचर कर दिया”
केंद्र सरकार ने कहा है कि सीएए नागरिकता छीनने वाला नहीं, नागरिकता देना वाला कानून है। इस पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि यह भाजपा का झूठ है और उसकी नीयत सही नहीं है। “इसमें एक संदेश दिया कि मुस्लिम के अलावा सबको होगा, देने का है तो उनको भी देने की बात करते। आप कानून की दफा 14 के बराबरी के खिलाफ बात कर रहे हैं। जब एनपीआर का मामला होगा तो फिर यह बात और सामने खुल कर आएगी।”
अख्तरुल ईमान ने आगे कहा कि मोदी सरकार देश में तनाव का माहौल बनाना चाहती है। जिस तरह 2019 में बिल लाने के बाद देश भर में धरना किया गया था और तनाव बढ़ा था, भारतीय जनता पार्टी उसी तनाव को पैदा कर के चुनावी लाभ लेना चाहती है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से मिल जाने की भी आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ जो माहौल बना था बिहार में उसे नीतीश कुमार ने पंचर कर दिया।
“देश की जनता तनाव न ले, अब शाहीन बाग नहीं पोलिंग स्टेशन पर इसका जवाब दें लोग। इस कानून को मैं मुस्लिम विरोधी कानून के तौर पर देख रहा हूँ। आप इतने दिन से क्या कर रहे थे, अब चुनाव की अधिसूचना आप एक दो दिन में जारी करेंगे और उससे पहले यह शगूफा छोड़ दिया आप ने। यह चलने वाला नहीं है, इनकी उलटी गिनती शुरू हुई है। यह बिहार की बदकिस्मती है कि पूरे देश में जो वातावरण बन रहा था मोदी जी के खिलाफ उसको नीतीश जी ने बिहार में पंचर कर दिया।”
इलेक्टोरल बॉन्ड पर केंद्र सरकार को घेरा
अख्तरुल ईमान ने लगे हाथों इलेक्टोरल बॉन्ड पर भी केंद्र सरकार पर हमले किये। उन्होंने कहा कि जो सरकार यह कहती थी कि न खाएंगे न खाने देंगे, वह आज इलेक्टोरल बॉन्ड का सच क्यों छुपा रही है। अदालत के फैसले का सम्मान होना चाहिए और सारी जानकारी सार्वजानिक होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला किया है उसका पालन होना चाहिए। हर नागरिक को जानने का अधिकार है कि आपको पैसे किसने दिए? चोर ने दिए, कंपनी ने दिए, काला धन दिए , सफ़ेद धन दिए यह जानना जरूरी है। यह जनता की सरकार है तो जनता को जानने का अधिकार है।”
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