आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर AIMIM पार्टी बिहार में अपनी जमीन तलाशने के लिए संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में जुटी है। पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने सीमांचल के किशनगंज के युवाओं को पार्टी से जोड़कर उन्हें अपने हक और हकूक के लिए मिशन 2024 और 2025 का पाठ पढ़ाया।
अख्तरुल ईमान ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार ने सीमांचल इलाके को नज़रअंदाज़ किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सीमांचल के इस इलाके को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से पीछे रखा गया है। अख्तरुल ने कहा कि एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सीमांचल की बेटियां देह के व्यापार से लेकर कश्मीर तक बिक रही हैं। ये हालत तब पैदा होती है जब कोई भी समाज गरीब होता है। ये उस समाज का दुर्भाग्य होता है। गरीबी के दलदल में फंसे लोग तख्त और ताज दोनों बेच डालते हैं, लेकिन जब बदनसीबी बढ़ जाती है तो लोग बेटियों को बेच डालते हैं। यहां की बेटियों का बिकना इस बात का संकेत है कि सीमांचल का इलाका निहायती गरीब और पिछड़ा है।
अमौर विधायक अख्तरुल ईमान ने महागठबंधन की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की ब्रांच खोलने के लिए फंड नहीं मिलने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। समय पर जमीन उपलब्ध नहीं करवाने का दोषी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। उन्होंने कहा कि 2011 से 2014 तक केंद्र में UPA की सरकार थी, इसके बावजूद राशि आवंटन की दिशा में कार्य किया गया।
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