बिहार के पूर्णिया में एक शातिर ठग ने लोगों को इस तरह से चूना लगाया कि उसके कारनामे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, शहर के लाइन बाजार स्थित पूर्णिया मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में शातिर ठग ने खुद को डॉक्टर और पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा का भांजा बताया, फिर ठगी कर फ़रार हो गया।
ठगी के शिकार हुए मरीज के परिजनों ने बताया कि ठग ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। अस्पताल के वार्ड में मौजूद लोगों ने बताया कि ठगी से पहले वह कई मरीजों के पास गया और मरीज़ों का हालचाल जाना।
ठग ने फर्जी डॉक्टर बनकर कई मरीज़ों को कई चिकित्सीय हिदायतें भी दीं। उसके बाद उसने वार्ड में भर्ती एक मरीज के परिजन से बात करने के बहाने 15 हजार रुपये का मोबाइल फोन और एक महिला से 1 हजार रुपये लेकर नौ दो ग्यारह हो गया।
ठगी का शिकार होने वालों में डगरूआ थाना क्षेत्र के सियारखंड गांव से आए मरीज के पिता राजेंद्र विश्वास और बेटे सरोज विश्वास के अलावा कोहिला पंचायत के फूलपुर के वार्ड 5 की आंगनबाड़ी सेविका गुलशन आरा शामिल हैं।
पीड़ित सरोज विश्वास ने बताया कि ठग सर्जिकल वार्ड में दाखिल हुआ, वार्ड में प्रवेश करते ही सबके सामने ऐसा बर्ताव किया जैसे वह मेडिकल कॉलेज का चिकित्सक है।
सरोज ने बताया कि सबसे पहले उसने वार्ड से भीड़ हटाने के लिये कहा और उसके बाद वह उनके पास आया और फ्रैक्चर हुए पैर के बारे में पूछने लगा, जिससे सरोज को लगा कि वह अस्पताल का डॉक्टर है।
सरोज ने आगे बताया कि बातों ही बातों में ठग ने खुद को पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा का भांजा भी बताया। ठग ने सरोज के अलावा वार्ड में मौजूद अन्य लोगों से भी बातचीत की।
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वार्ड में एडमिट रामबाग पूर्णिया से आईं काजल देवी ने बताया कि ठग किसी चिकित्सक की तरह उनसे उनके बच्चे की बीमारी के बारे में पूछ रहा था और बच्चे को भी देखा।
ठग ने उनके बेटे को जोर-जोर से 5-10 बार सांस लेने को कहा, जिससे उनके बेटे के पेट में तेज दर्द उखड़ गई। उसे सांस लेने में तकलीफ पैदा होने लगी। जबतक वो कुछ पूछती ठग तुरंत आगे बढ़ गया और एक अन्य मरीज के बेड पर चला गया।
बातचीत के दौरान ठग ने लोगों को पूरी तरह अपने झांसे में ले लिया। फिर अपना फोन बंद होने का हवाला देकर किसी से बात करने के लिये सरोज से मोबाइल फोन लिया। फोन पर फर्जी कॉल लगाते हुए वार्ड से बाहर निकल गया।
काफी देर बाद भी जब वह वापस नहीं आया तो तब लोगों को पता चला कि वह कोई चिकित्सक या फिर सांसद का भांजा नहीं, बल्कि एक शातिर ठग था।
ठगी का शिकार हुई कोहिला पंचायत के फूलपुर के वार्ड 5 की आंगनबाड़ी सेविका गुलशन आरा ने बताया कि शातिर ठग उनके बेड पर आया और मरीज को चिकित्सीय सलाह देने लगा, जिससे उन्हें लगा वो कोई चिकित्सक है।
महिला के गांव का नाम पूछने पर ठग ने कहा कि वह उनके गांव के एक व्यक्ति का रिश्तेदार है। ठग ने महिला से एक हजार रुपये मांगे, जिसे उसने तुरंत वापस लौटाने की बात कही। महिला ने उस ठग को एक हज़ार रुपये दे भी दिये।
काफी देर बाद भी जब युवक वापस नहीं आया तो महिला को शक हुआ और वह वार्ड से बाहर निकल कर अस्पताल कैंपस में गई, मगर तब तक ठग फरार हो चुका था। सभी ने शातिर ठग की काफी खोजबीन की, मगर कहीं कुछ भी मालूम नहीं चल सका।
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