अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम को 27 दिन बाद कोर्ट ने जमानत दे दी है। जानकारी के अनुसार, साल 1996 में सरफराज आलम पर अपहरण का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में सरफराज आलम 26 साल से फरार चल रहे थे। कोर्ट से उनके खिलाफ वारंट भी निर्गत हुआ था, इसके बावजूद वह न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद उनके खिलाफ कुर्की जब्ती का आदेश जारी हुआ था।
क्या था मामला?
दरअसल, भरगामा प्रखंड के सिरसिया कलां निवासी शंकर कुमार झा उर्फ सकल झा ने सरफराज आलम सहित चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ अररिया थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। इसी केस में सरेंडर करने के बाद उन्हें 3 जनवरी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। पूर्व सांसद के अधिवक्ता कश्यप कौशल ने बताया कि इनफॉर्मेंट ने कोर्ट को खुद हकीकत बताई और कोर्ट ने जमानत दे दी।
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कौन हैं सरफ़राज़?
सरफ़राज़ आलम राजद के नेता हैं। साल 2017 में अपने पिता तस्लीमुद्दीन के देहांत के बाद वह अररिया से लोकसभा उपचुनाव जीते थे। लेकिन, 2019 का लोकसभा चुनाव वह हार गए। इससे पहले सरफ़राज़ जोकीहाट विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में सरफ़राज़ के छोटे भाई शाहनवाज़ ने उन्हें हराया था। शाहनवाज़ फिलहाल बिहार सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री हैं।
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