कांग्रेस ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर इलेक्टोरल बॉन्ड और पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने के मामले में केंद्र सरकार को घेरा और लोकतंत्र पर हमला बताया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, AICC कोषाध्यक्ष अजय माकन और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश भी प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस को कमजोर करने के लिए सत्ताधारी पार्टी स्वायत्त निकायों का दुरुपयोग कर रही है। उच्च न्यायालय ने जिस इलेक्टोरल बांड को असंवैधानिक करार दिया, उस व्यवस्था का प्रयोग कर भाजपा ने हज़ारों करोड़ रुपये जमा कर लिए हैं। कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज कर विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी को चुनाव से पहले अपंग बनाने की साज़िश की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, “अगर लोकतंत्र को इस देश में बचाना है तो खेल का मैदान समतल होना चाहिए। ऐसा भी नहीं हो कि जैसे चंद देशों में चुनाव हो रहे हैं, 99% वोट एक ही आदमी ले रहा है। आपको मालूम होगा कि हाल के दिनों में किस देश में ऐसा हुआ है। भाजपा ने चुनावी चंदा बॉन्ड से 56% चंदा हासिल किया है वहीं कांग्रेस को 11% मिला है।”
सोनिया गांधी ने कहा, “कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज कर पार्टी को आर्थिक रूप से तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा करना लोकतंत्र पर हमला है। इन चुनौतीपूर्ण हालात में भी पार्टी पूरा प्रयास कर रही है कि लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ लड़ाई करे। इलेक्टोरल बॉन्ड ने असंवैधानिक तौर पर एक पार्टी यानी भाजपा को लाभ पहुंचाया है। यह अलोकतांत्रिक है।”
राहुल बोले, “हम नेताओं के लिए रेलवे टिकट नहीं खरीद पा रहे”
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान सांसद राहुल गांधी ने इस मामले में कहा कि भारत में लोकतंत्र एक झूठ बन कर रह गया है। पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है और इसपर सभी संस्थाएं चुप हैं।
उन्होंने कहा, “देश की 20% जनता हमें वोट देती है, हम 20% देश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और आज हम अपने नेता के लिए रेलवे टिकट नहीं खरीद सकते। हम प्रचार नहीं कर सकते, क्यों? 7 साल पहले, 14 लाख का मामला है और 200 करोड़ का जुर्माना और सारे बैंक खाते फ्रीज़ कर दिए।”
“आयकर विभाग का कानून कहता है कि ज्यादा से ज्यादा 10 हज़ार का जुर्माना लगेगा। यह आपराधिक कार्य है कांग्रेस और हिंदुस्तान के लोकतंत्र के खिलाफ। यह आपराधिक कार्य भारत के प्रधानमंत्री कर रहे हैं। मैं न्यायालय और इलेक्शन कमीशन से विनती करूँगा कि वे इस बारे में कुछ करें। यह कहना है कि हिंदुस्तान दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, एक झूठ है, यहां कोई लोकतंत्र नहीं है,” राहुल गांधी ने कहा।
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आयकर विभाग के कानून के विरुद्ध काम हो रहा है – अजय माकन
अजय माकन ने बताया कि पिछले एक महीने से पार्टी के 285 करोड़ रुपये बैंक में पड़े हैं मगर उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। बैंक खातों को फ्रीज कर पार्टी को आर्थिक रूप से अपंग करने की कोशिश हो रही है जिसके कारण पार्टी के प्रचार प्रसार का काम रुका हुआ है। 30 साल पुराने हिसाब निकाल कर पार्टी के बैंक खाते फ्रीज किये जा रहे हैं जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है।
“7 साल पुराने मामले में हमारे खाते फ्रीज किये गए हैं। पिछले हफ्ते हमें नोटिस आया है जो सीताराम केसरी जी के जमाने का है। इसको लेकर भी आगे बैंक फ्रीज करने की कवायद शुरू होगी। यह कौन सा लोकतंत्र है। अगर इसी रफ़्तार से जाएंगे तो महात्मा गांधी के समय पर जमना लाल बजाज जब कोषाध्यक्ष हुआ करते थे उस समय की कोई चीज़ निकाल कर हमारे खाते फ्रीज किए जाएंगे,” अजय माकन बोले।
उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक पार्टियों को आयकर विभाग से मुक्त रखा जाता है लेकिन कांग्रेस को क्यों चुना जा रहा है। अजय माकन ने इस कार्रवाई के समय पर भी सवाल उठाया और कहा कि चुनाव से ठीक दो महीने पहले पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करना लोकतंत्र पर हमला है। जुर्माने की रकम भी बहुत बड़ी है।
अजय माकन कहते हैं, “पार्टी के सांसदों ने अपने वेतन से कुल 199 करोड़ रुपये कैश में दिए लेकिन 0.07% की अनियमितता के कारण 106% का जुर्माना लगाया गया है। हमने मात्र 30 दिन की देरी से अपने बैंक खाते जमा किए। आयकर अधिनियम के खंड 234-F कहता है कि केवल 10 हज़ार अधिकतम जुर्माना लिया जा सकता है अगर कोई व्यक्ति या संस्था देरी से अपना आयकर जमा करे और हमारे ऊपर 210.25 करोड़ रुपये का जुर्माना कर दिया गया। 115 करोड़ रुपये आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा हमारे अकाउंट से सरकार को ट्रांसफर करा दिया गया।”
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