किशनगंज में भवन प्रमंडल विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने एक लाख दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा। संवेदक नरेश दास के शिकायत पर पटना से आयी दस सदस्यीय निगरानी विभाग की टीम ने खगड़ा स्थित भवन निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में रिश्वत लेते हुए प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया है।
प्रवीण कुमार भवन प्रमंडल विभाग के गेस्ट हाउस में ही रहते थे। निगरानी विभाग के अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शिकायतकर्ता संवेदक नरेश कुमार दास से ठेकेदारी के पैसे भुगतान करने के एवज में रिश्वत के तौर पर एक लाख दस हजार रूपये मांग रहे थे।
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निगरानी विभाग के अधिकारी ने कहा कि ठेकेदार नरेश दास भवन प्रमंडल किशनगंज से दो कार्यो के लिए ठेकेदारी मिली थी। पहला कार्य दो लाख 63 हजार की लागत से किशनगंज के व्यवहार न्यायालय परिसर में सड़क पर पेवेमेंट ब्लॉक का कार्य था। दूसरा चार लाख 42 हजार 307 रुपये की लागत से मोतिहारा गांव स्थित अनुसूचित जाति व जनजाति छात्रावास में मरम्मत का कार्य होना था।
दोनों कार्यो के एवज में लगभग सात लाख का भुगतान किशनगंज भवन प्रमंडल विभाग के द्वारा संवेदक नरेश दास को चेक के माध्यम से कर दिया गया था।
भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता संवेदक से दोनो कार्य में पैसे की भुगतान के लिए उपहार स्वरूप ‘बीस परसेंट’ की मांग कर रहे थे। दोनों के बीच एक लाख दस हजार में डील हुई थी।
संवेदक ने अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगने को लेकर पटना स्थित निगरानी थाना में शिकयत दर्ज कर दिया। निगरानी विभाग के द्वारा जांच के बाद आरोपों को सही पाकर भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार अधिकारी को निगरानी विभाग के अधिकारी पटना निगरानी थाना ले जाएंगे और कल भागलपुर स्थित न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे ।
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