संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) 2022 का रिजल्ट जारी हो चुका है। सहरसा के लाल निर्मल झा ने 82वां रैंक लाकर जिले का नाम रौशन किया है। वह जिले के मोहनपुर पंचायत के…
सहरसा जिला मुख्यालय से तकरीबन छह किलोमीटर की दूरी पर बसा सत्तर कटैया प्रखंड की विशनपुर पंचायत का आरण गांव को 'मोर गांव' के नाम से भी जाना जाता है।
सहरसा नगर निगम चुनाव में डिप्टी मेयर का एक प्रत्याशी दंडवत लेट लेट कर नामांकन पर्चा दाखिल करने के लिए पहुंचा। बैजनाथ भगत दंडवत होकर करीब एक किलोमीटर का रास्ता तय कर किया…
कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। इस बात को एक बार फिर सही साबित किया है सहरसा के सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बैजनाथपुर गांव के दिनेश कुमार यादव और उनके भतीजे…
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सदर थाना क्षेत्र की पशुपालन कॉलोनी निवासी आदित्य कुमार उर्फ छोटू कुमार अपने घर में हथियार छिपा कर रखता है और हथियार की तस्करी करता है।
सहरसा जिला मुख्यालय के सुबेदारी टोले में 15 साल पहले विधायक फंड से बनाया गया जिले का एकमात्र मुक्तिधाम जल्द ही चालू होने वाला है।
सहरसा नगर निगम क्षेत्र के सुबेदारी टोला में स्थित मुक्तिधाम विद्युत शव दाह गृह का निर्माण 15 साल पहले उस समय के विधायक रहे संजीव झा ने कराया था। इसमें तीन बड़े-बड़े कमरे,…
विद्यालय तक पहुंचने के लिए न कोई सड़क है और न ही किसी प्रकार की कोई अन्य व्यवस्था। फिलहाल इन विकट परिस्थितियों में भी विद्यालय में पढ़ाई जारी है।
मृत कैदी की पहचान बनगांव थाना क्षेत्र के मुरली गांव के प्रभाकर पंडित के रूप में हुई है। प्रभाकर पंडित हत्या के जुर्म में सहरसा मंडल कारा में बंद था।
सहरसा जिले के सौरबाजार प्रखंड की खजूरी पंचायत स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय के बच्चे रोज़ाना खुले आसमान के नीचे चिलचिलाती धुप में पढ़ाई करते हैं।
बिहार का कोसी दियारा इलाका, जहां आने जाने से लोग कतराते हैं और दूर-दूर तक कोई व्यक्ति नहीं दिखता, वहां उत्तर प्रदेश से लगभग 100 किसान आकर खेती कर रहे हैं।
नौहट्टा प्रखंड के चंद्रायण रेफरल अस्पताल का सारा काम खंडहरनुमा इमारत में हो रहा है। अस्पताल की हालात इतनी भयावय है कि शाम के समय लोग इलाज के लिए आने से कतराते हैं।
60 वर्षीय वृद्ध तारा देवी फेफड़ों के कैंसर से ग्रसित हैं। परिजन इलाज के लिए पटना ले गए, लेकिन खर्च करीब तीन लाख रुपए बताया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान 2 फरवरी 2023 को सहरसा जिले के कहरा प्रखंड अंतर्गत बल्हा पट्टी पंचायत के गढ़िया गांव पहुंचे।
स्थानीय ग्रामीण महेश कुमार बताते हैं कि यहां सिर्फ नाम के नल लग गए हैं, पानी अभी तक नहीं आया है।