सहरसा नगर निगम क्षेत्र के सुबेदारी टोला में स्थित मुक्तिधाम विद्युत शव दाह गृह का निर्माण 15 साल पहले उस समय के विधायक रहे संजीव झा ने कराया था। इसमें तीन बड़े-बड़े कमरे,…
विद्यालय तक पहुंचने के लिए न कोई सड़क है और न ही किसी प्रकार की कोई अन्य व्यवस्था। फिलहाल इन विकट परिस्थितियों में भी विद्यालय में पढ़ाई जारी है।
मृत कैदी की पहचान बनगांव थाना क्षेत्र के मुरली गांव के प्रभाकर पंडित के रूप में हुई है। प्रभाकर पंडित हत्या के जुर्म में सहरसा मंडल कारा में बंद था।
सहरसा जिले के सौरबाजार प्रखंड की खजूरी पंचायत स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय के बच्चे रोज़ाना खुले आसमान के नीचे चिलचिलाती धुप में पढ़ाई करते हैं।
बिहार का कोसी दियारा इलाका, जहां आने जाने से लोग कतराते हैं और दूर-दूर तक कोई व्यक्ति नहीं दिखता, वहां उत्तर प्रदेश से लगभग 100 किसान आकर खेती कर रहे हैं।
नौहट्टा प्रखंड के चंद्रायण रेफरल अस्पताल का सारा काम खंडहरनुमा इमारत में हो रहा है। अस्पताल की हालात इतनी भयावय है कि शाम के समय लोग इलाज के लिए आने से कतराते हैं।
60 वर्षीय वृद्ध तारा देवी फेफड़ों के कैंसर से ग्रसित हैं। परिजन इलाज के लिए पटना ले गए, लेकिन खर्च करीब तीन लाख रुपए बताया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान 2 फरवरी 2023 को सहरसा जिले के कहरा प्रखंड अंतर्गत बल्हा पट्टी पंचायत के गढ़िया गांव पहुंचे।
स्थानीय ग्रामीण महेश कुमार बताते हैं कि यहां सिर्फ नाम के नल लग गए हैं, पानी अभी तक नहीं आया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है मुस्लिम समुदाय में किसी की मृत्यु होने पर शव को इसी कब्रगाह में दफनाया जाता है।
सहरसा के महिषी प्रखंड की राजनपुर पंचायत के घोंघसम घाट पर भी हर साल स्थानीय लोगों द्वारा आपस में चंदा इकट्ठा कर चचरी पुल का निर्माण कराया जाता है।
बिहार के सहरसा में रक्त काली मंदिर स्थित बाबा कारू खिरहर संग्रहालय का बुरा हाल है। इस संग्रहालय में जितनी भी मूर्तियां रखी हुई थीं, सभी जमींदोज होती जा रही हैं।
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन शराब कारोबारी अलग-अलग तरीके से शराब का कारोबार करते हुए नजर आ रहे हैं। सरकार और प्रशासन को खुलेआम शराब कारोबारी चुनौती देकर शराब की तस्करी…
बिहार के सहरसा में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद को लेकर एक पक्ष की ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। गोली लगने से दूसरे पक्ष के पांच लोग बुरी तरह घायल हो…
बिहार के सहरसा ज़िले में एक चौकीदार ने पुलिस की गश्ती दल पर अपने बेटे से 50,000 से ज़्यादा रुपए छीनने का आरोप लगाया है।