Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

लद्दाख सीमा पर बिहार के सहरसा का लाल शहीद

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को भारत-चीन सीमा पर चीनी सेना के साथ हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय जवानों में बिहार के सहरसा ज़िले का लाल आर्मी जवान कुन्दन कुमार भी शामिल हैं।

Sarfaraz Alam Reported By Sarfraz Alam |
Published On :

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को भारत-चीन सीमा पर चीनी सेना के साथ हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय जवानों में बिहार के सहरसा ज़िले का लाल आर्मी जवान कुन्दन कुमार भी शामिल हैं।

कुन्दन कुमार आर्मी GD के जवान थे। वह बिहरा थाना क्षेत्र के आरण वार्ड नं-13 गाँव के रहने वाले निमिन्दर यादव के छोटे बेटे थे और वर्ष 2012 से आर्मी जवान के रूप में लद्दाख में तैनात थे।

Also Read Story

अररिया: सड़क किनारे मिली लापता युवक की लाश

कटिहार: पीएफ़आई नेता के रिश्तेदार के घर पर NIA का छापा

BPSC शिक्षक बहाली के लिए आवेदन 15 जून से

दरभंगा व पूर्णिया एयरपोर्ट पर सिविल एन्क्लेव को मिली मंजूरी

पूर्णिया के कसबा में पुलिस ने शराब से लदी सुधा पिकअप ज़ब्त की

जम्मू-कश्मीर सड़क दुर्घटना पर नीतीश कुमार ने जताया दुख

शिक्षक बहाली परीक्षा में अपीयरिंग अभ्यर्थी भी कर सकेंगे आवेदन

सप्लायर ने लगाया फायर ब्रिगेड अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप

पूर्णिया के Domino’s Pizza को देर रात अपराधियों ने लूटा, चलाई गोलियां

आर्मी जवान कुन्दन कुमार के शहीद होने की खबर उनके परिजनों को सेना की तरफ़ से देर रात करीब दस बजे मोबाइल पर दी गई। शहीद होने की खबर मिलते ही माता-पिता तथा पत्नी बेबी देवी की चीख-पुकार से पूरे गाँव में मातम पसर गया है।


Bihar: Saharsa's son martyred on Ladakh border

कुन्दन कुमार के चाचा महेंद्र प्रसाद यादव बोलते-बोलते भावुक हो गए,

कुंदन कुमार देश के लिए शहीद हुआ है। उसने परिवार, आरण गाँव व सहरसा ज़िले का मान-सम्मान बढ़ाया है। देश के लिए शहीद हुआ है। ये गर्व की बात है।

महेंद्र प्रसाद यादव, चाचा

वर्ष 2013 में मधेपुरा ज़िले के घैलाढ़ में कुन्दन कुमार की शादी हुई थी। उनके दो पुत्र हैं। बड़े बेटे का नाम रौशन कुमार (उम्र-05 वर्ष) व छोटे पुत्र का नाम राणा कुमार (उम्र 3 वर्ष) है। कुन्दन कुमार की शहादत से इन दोनों मासूमों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

एमएचएम कॉलेज सहरसा से बीए पढ़ा हुआ हूं। फ्रीलांसर के तौर पर सहरसा से ग्राउंड स्टोरी करता हूं।

Related News

कटिहार में ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के 11 सदस्य गिरफ्तार

इंजीनियरिंग में स्नातक भी कर सकेंगे शिक्षक के लिए आवेदन

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का एकलौता विधायक TMC में शामिल

कांग्रेस में नये जिला अध्यक्ष के विरोध में कार्यकर्ता, बताया ‘अनपढ़’

मनिहारी पंचायत उपचुनाव: फतेहनगर की मुखिया बनीं नाज़नीन यासमीन व केवला की पंचायत समिति बने मुन्ना रजक

अररिया: मिड डे मील में मिला सांप, 20 से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती

पूर्णिया: मासिक धर्म के प्रति जागरुकता फैलाने को लेकर निकाली गई यात्रा में सैकड़ों लोग हुए शामिल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latests Posts

दशकों से सड़क के लिए तरस रहा है दार्जिलिंग का ये गाँव

Ground Report

अररिया में एक फैसले से पांच हज़ार आदिवासी-दलित हो जाएंगे बेघर

‘हम चाहते थे बेटा पढ़ाई करे, मज़दूरी नहीं’, नेपाल में मरे मज़दूरों की कहानी

किशनगंज का नेहरू कॉलेज, जहाँ 21 एकड़ के कैंपस में छात्र से ज़्यादा मवेशी नज़र आते हैं

ज़मीन पर विफल हो रही ममता बनर्जी सरकार की ‘निज घर निज भूमि योजना’

महादलित गाँव के लिए 200 मीटर रोड नहीं दे रहे ‘जातिवादी’ ज़मींदार!