ज़ब्त हुए पिकअप वाहन के ड्राइवर हशमत ने बताया कि रामपुर से अनवर नामक व्यक्ति ने यह सारा माल मस्तान चौक ले जाने को कहा था। वहीं ई-रिक्शा चालक ने खाद सप्लायर का नाम पूछे जाने पर रामपुर के रेहान का नाम बताया। दोनों ही वाहन चालकों के पास से सामान से संबंधित कोई बिल या अन्य कागज़ नहीं मिला।
बिहार के अंगीभूत (एसोशियेटेड) महाविद्यालयों के साथ-साथ उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्वीकृत रिक्त पदों पर कार्यरत अतिथि शिक्षकों के सेवा को भी स्थाई करने की गुज़ारिश की गई है।
राज्य शिक्षा शोध व प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा पूर्व से शिक्षकों को दी जानेवाली सेवाकालीन प्रशिक्षण अगले आदेश तक स्थागित रहेगा। ऐसे शिक्षकों को अपने विद्यालय के लिए वापस भेज देने का निर्देश दिया गया है।
बुधवार को आयोग ने वर्ग 11-12 के दो विषयों का परिणाम जारी किया। आयोग ने शिक्षा विभाग अन्तर्गत वर्ग 11-12 स्कूलों के अरबी तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग अन्तर्गत वर्ग 11-12 के बिज़नेस स्टडीज़ विषय का परिणा घोषित किया।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मृतक मो याकूब के परिजन को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे परिजन और स्थानीय लोगों ने मिलकर घटना के विरोध में आगजनी करते हुए सड़क जाम कर दिया।
घटना को लेकर बारसोई अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनवर जावेद अंसारी ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा।
खड़गे के अलावा बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, बिहार कांग्रेस इकाई के प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह, नवनियुक्त राज्य प्रभारी मोहन प्रकाश, पार्टी के वरिष्ठ नेता निखिल सिंह, शकील अहमद खान, रंजीत रंजन और कई अन्य नेता मौजूद थे।
आयोग की तरफ से मंगलावार को वर्ग 11-12 स्कूलों के राजनीति शास्त्र, लेखा-शास्त्र (अकाउंटेंसी) और भूगोल समेत 7 विषयों के साथ-साथ वर्ग 9-10 के सामाजिक विज्ञान विषय का परिणाम जारी किया गया है।
कोढ़ा वन परिषद पदाधिकारी पुनीता कुमारी ने बताया कि अवैध आरा मिल पर पहुंचते ही कुछ लोगों ने लाठी, डंडे और पत्थर से हमला किया और महिला वन कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया
आयोग द्वारा निर्गत आवश्यक सूचना में स्पष्ट रूप से उल्लेखित था कि जिन अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा प्रकाशित परीक्षाफल पर यदि आपत्ति है, तो शपथ पत्र व साक्ष्य के साथ अपनी आपत्ति दर्ज करेंगे। आयोग के आदेश का अवहेलना करते हुए इन 741 अभ्यर्थियों द्वारा बिना शपथ पत्र के अपनी-अपनी आपति दर्ज करायी गयी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने इसको लेकर सहरसा और वैशाली ज़िलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथिमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
जो नियोजित शिक्षक परीक्षा में भाग नहीं लेंगे या जो शिक्षक सक्षमता परीक्षा में तीन बार शामिल होने के बाद भी सफल नहीं हो पायेंगे, उनके बारे में सरकार अलग से निर्णय लेगी।
काउंसिलिंग में अभ्यर्थियों के आधार लिंक्ड मोबाईल नम्बर से वन टाइम पासवर्ड (OTP) प्राप्त करना अनिवार्य होगा। शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक अभ्यर्थियों का BPSC से हाल ही में प्राप्त बायोमेट्रिक थम्ब इम्प्रेशन (Biometric Thumb Impression) का मिलान भी अनिवार्य रूप से किया जायेगा।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गई परीक्षा में सफल इन अभ्यर्थियों के लिये 28 दिसंबर से दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। बताते चलें कि दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती में वर्ग 11-12 के विभिन्न विषयों के लिये 15 दिसंबर को परीक्षा का आयोजन हुआ था।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था एक बड़ी समस्या है और बिहार सरकार कानून व्यवस्था को कायम रखने में विफल साबित हुई है।