Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

कटिहार: बड़े शेरशाहवादी नेता, चार बार के विधायक मोहम्मद सकुर कौन थे?

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk |
Published On :

कटिहार में शेरशाहवादी समाज के एक बड़े नेता मोहम्मद सकुर का 82 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। सकुर कटिहार के बरारी और प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे हैं।

कटिहार में शेरशाहवादी समाज की आवाज़ को बुलंद करने वाले तीन नेताओं में मुबारक हुसैन, मोहम्मद सकुर और मंसूर आलम की गिनती होती है। इनमें से मोहम्मद सकुर इन तीनों में सबसे सीनियर थे। मुबारक हुसैन की मृत्यु पहले ही हो चुकी है। मंसूर आलम के बेटे तौकीर आलम कांग्रेस के नेता हैं और प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं।

Also Read Story

किशनगंज लोकसभा क्षेत्र: अमौर के अधांग में वोटिंग का पूर्ण बहिष्कार, समझाने-बुझाने का प्रयास जारी

कटिहार में 200 घर जल कर राख, कई सिलेंडर फटे

सक्षमता परीक्षा-2 के लिये 26 अप्रैल से आवेदन, पहले चरण में सफल शिक्षक भी ले सकेंगे भाग

फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में जेल गये यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल

गैर-एनडीए सरकार घुसपैठ को बढ़ावा देती है: अररिया में बोले भाजपा नेता मनोज तिवारी

डॉ. जावेद और पीएम मोदी में झूठ बोलने का कंपटीशन चल रहा है: किशनगंज में बोले असदुद्दीन ओवैसी

कटिहार: खेत से मिली 54 वर्षीय स्कूल गार्ड की लाश, जांच में जुटी पुलिस

26 अप्रैल को पीएम मोदी पहुंचेंगे अररिया, फारबिसगंज में करेंगे चुनावी सभा

अररिया में 20 लोगों का नामांकन रद्द, 9 प्रत्याशी मैदान में बचे

मोहम्मद सकुर पहली बार CPM के टिकट पर 1969 में बरारी से विधायक बने। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सत्यनारायण सिंह को हराया था। सकुर को 11,783 तो सत्यनारायण सिंह को 7,617 वोट मिले थे।


1972 विधानसभा चुनाव में बरारी से ही कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने। 21,853 वोट लाकर उन्होंने महेंद्र नारायण यादव को इस चुनाव में मात दी।

1977 में प्राणपुर विधानसभा अस्तित्व में आया, तो मोहम्मद सकुर ने दूसरे बड़े शेरशाहवादी नेता मंसूर आलम के लिए बरारी सीट छोड़ दी और प्राणपुर से चुनाव लड़ा लेकिन, मोहम्मद सकुर ये चुनाव महेंद्र नारायण यादव के हाथों हार गए। उधर, बरारी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मंसूर आलम को बासुदेव प्रसाद सिंह ने हरा दिया।

साल 1980 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मोहम्मद सकुर ने 21,853 वोट के साथ प्राणपुर में महेंद्र नारायण यादव को हरा दिया। साल 1985 का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा, लेकिन 1985 में बरारी से मंसूर आलम कामयाब हुए।

1990 और 1995 में मोहम्मद सकुर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार प्राणपुर से चुनाव लड़े, लेकिन बुरी तरह से हार गए। 2000 का चुनाव उन्होंने NCP टिकट पर बरारी से लड़ा, लेकिन राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मंसूर आलम ने उन्हें हरा दिया।

mohammad sakoor with tariq anwar

फ़रवरी 2005 में उन्होंने बरारी से मंसूर आलम को हरा दिया, लेकिन नवंबर 2005 में यहां से भाजपा जीत गई।

2010 में भी बरारी से मोहम्मद सकुर (एनसीपी) और मंसूर आलम (राजद) दोनों ही चुनाव लड़े और भाजपा जीत गई। 2015 में महागठंधन की ओर से राजद प्रत्याशी नीरज ने बरारी से एनसीपी से मोहम्मद सकुर को हरा दिया और दूसरी तरफ प्राणपुर से कांग्रेस टिकट पर मंसूर आलम के बेटे तौकीर आलम चुनाव हार गए।

2019 लोकसभा चुनाव से पहले एनसीपी के बड़े नेता और पूर्व कटिहार सांसद वापस कांग्रेस में चले गए, तब मोहम्मद सकुर एनसीपी में टिके रहे। कटिहार के टाउन हॉल में एक बड़ा प्रोग्राम आयोजित कर पार्टी ने मोहम्मद सकुर को कटिहार लोकसभा से उम्मीदवार घोषित किया। इस चुनाव में उन्हें मात्र 9,000 वोट आए, ये उनका आखिर चुनाव था।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

“मोदी जी झूठों के सरदार हैं”: किशनगंज में बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

BPSC TRE-3: इस तारीख को होगी रद्द हुई परीक्षा, BPSC ने जारी किया परीक्षा कैलेंडर

एक भी बांग्लादेशी को बिहार में रहने नहीं देंगे: अररिया में बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी

UPSC सिविल सर्विसेज़ परीक्षा में 1,016 सफल, आदित्य श्रीवास्तव बने टॉपर

किशनगंज: लोकसभा चुनाव प्रशिक्षण में भाग लेने मारवाड़ी कॉलेज आये एक शिक्षक की मौत

सोने की तस्करी करते किशनगंज का व्यापारी दिनेश पारीक समेत तीन लोग गिरफ्तार

अहमद अश्फाक़ करीम जदयू में हुए शामिल, कहा, “18 परसेंट मुस्लिमों को सिर्फ 2 सीट, यह हक़तल्फ़ी है”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?