सुशील कुमार ने कहा कि शिक्षक बहाली की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। उन्होंने अभ्यर्थियों को किसी भी तरह के झांसे में नहीं आने और ऐसे फोन कॉल्स के बारे में उचित फोरम पर शिकायत करने की सलाह दी है।
एजेंसी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि किसी भी परीक्षा से संबंधित विशिष्ट विवरण की जानकारी इंफोर्मेशन बुलेटिन के माध्यम से दी जायेगी, जो परीक्षा के पंजीकरण फॉर्म का शुरूआत के समय प्रकाशित किया जाएगा।
आपत्ति दर्ज करने के लिए अभ्यर्थी को सबसे पहले bsebstet.com पर जाना होगा। उसके बाद Objection Tracker पर क्लिक करना है। उसके बाद जो पेज खुलेगा उसपर अभ्यर्थी अपना विवरण दर्ज कर देंगे। तत्पश्चात Make Payment का Options आएगा। Payment करने के बाद अभ्यर्थी Objections Panel पर जाकर किसी भी प्रश्न के उत्तरकुंजी पर अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं।
बोर्ड की तरफ से जारी कुंजी को अभ्यर्थी 15-18 सितंबर के बीच वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से चुनौती दे सकते हैं। चुनौती देने के लिए प्रति प्रश्न 1000 रुपए शुल्क ऑनलाइन क्रेडिट या डेबिट कार्ड के माध्यम से जमा करना आवश्यक है। बोर्ड ने कहा है कि एक बार भुगतान किया गया शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
आपत्ति दर्ज करने के लिए अभ्यर्थी को सबसे पहले bsebstet.com पर जाना होगा। उसके बाद Objection Tracker पर क्लिक करना है। उसके बाद जो पेज खुलेगा उसपर अभ्यर्थी अपना विवरण दर्ज कर देंगे। तत्पश्चात Make Payment का Options आएगा। Payment करने के बाद अभ्यर्थी Objections Panel पर जाकर किसी भी प्रश्न के उत्तरकुंजी पर अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने गुरूवार को अररिया जिले के कई स्कूलों का दौरा किया। के के पाठक द्वारा राजकीयकृत उच्च विद्यालय अररिया, बालिका उच्च विद्यालय अररिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गैयारी, कन्या प्राथमिक विद्यालय गैयारी के साथ-साथ कई अन्य विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अररिया […]
स्कूल के निरीक्षण के बाद केके पाठक ने कहा की एक सर्वे में अररिया के सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 20% बतायी गई थी लेकिन अब जिले में छात्रों की औसतन हाज़री 50% से भी अधिक है और रहिका टोला मध्य विद्यालय में यह आंकड़ा 81% तक पहुँच चुका है।
विभाग द्वारा माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के उपलब्ध पद, प्रोन्नति तथा न्यायवाद हेतु सुरक्षित पद और अद्यतन रिक्ति से संबंधित प्रतिवेदन की मांग पहले भी की गयी थी।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय के प्राचार्य को पाठक ने निर्देश दिया कि तीन दिन से ज्यादा अनुपस्थित रहने वाले छात्र-छात्राओं का नामांकन खत्म कर दिया जाए। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव ने विद्यालय के शौचालयों की साफ सफाई प्रत्येक दिन करवाने का निर्देश दिया।
किशनगंज प्रखंड के 171 सरकारी स्कूलों का मध्यांतर भोजन तैयार करने की ज़िम्मेदारी जन चेतना जागृति व शैक्षणिक विकास मंच नामक एक एनजीओ को दी गयी है। किशनगंज के धर्मगंज स्थित विवेकानंद नगर के मुकुंद तोषनीवाल मध्य विद्यालय में 11 सितंबर को खाना नहीं पहुंचा। खाना न आने से बच्चे भूखे रहे।
विभाग ने कहा कि पिछले 10 सप्ताह से चल रही इस व्यवस्था से शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति में काफी सुधार हुआ है, किन्तु अभी भी बहुत काम करना बाकी है। जो पदाधिकारी/कर्मी निरीक्षण बहुत ही सामान्य व मौखिक तरीके से करते हैं, उनको कई बार अपर मुख्य सचिव आगाह किया जा चुका है कि निरीक्षण प्रभावी होना चाहिए।
खुदा बख्श लाइब्रेरी की निदेशक डॉ. शाइस्ता बेदार ने कार्यक्रम में शरीक होने के लिए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को धन्यवाद दिया और कहा कि खुदाबख्श लाइब्रेरी को हमेशा राज्यपाल का आशीर्वाद मिलता रहा है और एक महीने के अन्दर लाइब्रेरी में यह उनका दूसरा दौरा है।
दिल्ली से किशनगंज लौटी कुमारी गुड्डी का जोरदार स्वागत हुआ और प्लस टू हाई स्कूल सिंघिया में उनके लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्थानीय शिक्षक और ग्रामीणों सहित स्कूल के बच्चे बड़ी तादाद में शिक्षिका कुमारी गुड्डी को बधाई देने पहुंचे और फूल माला पहना कर उनका अभिवादन किया।
फारूक, विश्वविद्यालय के शुरुआती दिनों से ही छात्र राजनीति में सक्रिय हैं और कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के सदस्य भी रह चुके हैं। फिलहाल फ़ारूक़ पार्टी की युथ विंग भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) से जुड़े हैं। वह मूल रूप से बिहार के कटिहार जिला स्थित कोढ़ा प्रखंड के रहने वाले हैं। उन्होंने 2017 के जेएनयू छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी लड़ा था।
शिक्षा विभाग, बिहार में शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए जो नए कदम उठा रहा है, उससे भविष्य में कुछ सकारात्मक सुधार आएंगे या नहीं,यह जानने के लिए हमने बिहार शिक्षा के क्षेत्र के कुछ जानकारों से बात की।