कटिहार के बारसोई में हुए गोलीकांड को लेकर कटिहार एसपी जितेंद्र कुमार ने बड़ा दावा किया है। एसपी का कहना है कि पुलिस की गोली से किसी की मृत्यु नहीं हुई है बल्कि मृतकों को किसी ने बाहर से आकर गोली मारी है।
उन्होंने प्रेस वार्ता कर प्रमाण के तौर पर सीसीटीवी फुटेज मीडिया कर्मियों के साथ शेयर किया।
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प्रेस वार्ता में एसपी के साथ कटिहार के डीएम रवि प्रकाश भी मौजूद थे।
डीएम ने कहा कि परसों बिजली ऑफिस पर तोड़-फोड़ और मॉब के द्वारा प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा बलपूर्वक कार्रवाई की गई थी, उसी घटना की जांच के लिए एसपी और उन्होंने संयुक्त रूप से घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि जांच में अनुमंडल कार्यालय परिसर का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उससे बहुत ही नए तथ्य सामने आए हैं।
वहीं, एसपी ने कहा कि उनलोगों ने अनुमंडल कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की पड़ताल की और घटनास्थल पर भी गए।
“बॉडी जहां पर मिली थी, वहां पर गए तो, बॉडी और पुलिस कर्मियों के बीच जो दूरी मिली, उस दूरी से असंभव है कि उनको पुलिस की गोली लगी होगी। हमलोगों ने सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की। यहां पर साफ दिख रहा है कि एक लड़का आता है और दोनों को ठांय-ठांय गोली मारता है। फिर वह वहां से निकल जाता है। भीड़ का फायदा उठा कर अपराधी तत्व के कुछ लोगों ने पूरे बारसोई का माहौल खराब करने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ यह सब किया है,” एसपी ने कहा।
एसपी ने सबूत के तौर पर अनुमंडल कार्यालय परिसर का सीसीटीवी फुटेज भी शेयर किया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक आदमी चल कर आता है और खड़े लोगों पर बिल्कुल नजदीक से गोली चला देता है। गोली चलने के बाद कार्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच जाती है। लोग इधर-उधर भागने लगते हैं।
“यहां पर वीडियो में जो दिख रहा है कि सोनू साह और नियाज़ गिरे हुए थे, वह हमारे कैमरे में है। जब हमलोगों ने बिजली कार्यालय का डिस्टेंस और इसका (गोली चलने वाले स्थान) डिस्टेंस देखा तो यह संभव ही नहीं लगा कि वहां से फायरिंग करने से पर किसी को गोली लग सकती है,” एसपी ने कहा।
डीएम और एसपी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से बिना जांच किए कोई वीडियो चैनल पर न चलाने की अपील की। उन्होंने कल काफी प्रमुखता से इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में दिखाये गये वीडियो को डॉक्टर्ड बताया।
“उस वीडियो में आप देखेंगे कि वो वीडियो पूरा का पूरा फेक है। उसमें एक व्यक्ति खुद ही बोल रहा है अरे मार दिया रे, मार दिया, एक मर गया और फिर बोलता है कहां मरा। फिर बोलता है ऐसा बोलना होता है। यह डॉक्टर्ड वीडियो है,” उन्होंने कहा।
वीडियो पर सवाल उठाते हुए डीएम ने कहा कि बाउंड्री के साथ-साथ एक ऊंची ट्री लाइन है और यह संभव ही नहीं है कि पुलिस की गोली से यह घटना हुई होगी।
डीएम ने कहा, “पुलिस के द्वारा फायरिंग और बाकी कार्रवाई की गई थी, वो विद्युत कार्यालय के परिसर में की गई थी। परंतु जो मृत्यु की घटना है, काफी दूर में घटित हुई है और बीच में काफी ऊंची ट्री लाइन है। हवाई फयरिंग या किसी भी तरह से यह संभव नहीं है कि पुलिस की गोली से यह घटना हुई हो। जो व्यक्ति सीसीटीवी में आता हुआ दिख रहा है, वह उसी तरफ से आ रहा है, जहां पर खुर्शीद की मृत्यु हुई थी।”
प्रेस वार्ता के अंत में एसपी ने कहा कि जितने भी लोगों द्वारा भीड़ को हिंसक बनाने का प्रयास किया गया है, सभी के खिलाफ नामज़द एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
“वीडियो से गोली चलाने वाले की पहचान की जाएगी। जितने भी एंटी सोशल एलिमेंट हैं, उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। लग रहा है कि यह पूरी प्लानिंग के साथ हुआ है। भीड़ का फायदा उठा कर कोई गोली मारा तो कॉमन सेंस बता रहा है कि यह प्लानिंग है,” उन्होंने कहा।
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