यह कटिहार जिले के बलिया बेलौन थाना क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय खाड़ी है, जिसकी कोई बाउंड्री नहीं है। बाउंड्री ना होने से आजकल इसके छात्र और शिक्षक कुछ असामाजिक तत्वों के कारण परेशान हैं।
बता दें कि इस विद्यालय को आजादी से पूर्व 1935 में स्थापित किया गया था। स्कूल में 6 शिक्षक और कुल 147 बच्चे नामांकित हैं। स्कूल की जमीन पर एक पुराना खंडहर है, बच्चों के खेलने के लिए कोई प्लेग्राउंड मौजूद नहीं है और यहां तक कि स्कूल की कोई बाउंड्री भी नहीं है। इस वजह से छुट्टी के बाद इसी गांव के बच्चे स्कूल प्रांगण में घुस जाते हैं, और गंदगी फैलाने के साथ ही स्कूल की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाते हैं। स्कूल के शिक्षक बताते हैं कि यह सब पिछले कई सालों से हो रहा है, और वह हर बार अपने पैसों से स्कूल की प्रॉपर्टी ठीक कराते हैं।
मनोज कुमार दास 2007 से सहायक शिक्षक के तौर पर स्कूल में पदस्थापित हैं। उनका कहना है कि स्कूल में बाउंड्री के लिए कई बार विभाग को लिखकर दिया गया और स्कूल के अध्यक्ष सचिव से भी बात की गई लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
इसको लेकर जब हमने स्कूल के अध्यक्ष मोहम्मद महफूज से बात की तो उन्होंने फोन पर बताया कि बाउंड्री की मांग तो पहले भी हो चुकी है, लेकिन असामाजिक तत्वों के परेशान करने और ताला खराब करने जैसी चीजें उनके संज्ञान में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही हम लोग इसका समाधान करेंगे, और कुछ महीनों में पंचायत स्तर पर स्कूल की बाउंड्री बनाने का प्रयास करेंगे।
Also Read Story
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।