राहुल गांधी के साथ दर्जनों जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। सोमवार की सुबह से ही काली मंदिर में दर्जनों पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। राहुल गांधी के आगमन को लेकर आम भक्तों की आवाजाही को रोक दिया गया था।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा, “2020 के विधानसभा के चुनाव में हमलोगों ने 10 लाख नौकरियों का जो संपकल्प लिया था, उसको पूरा किया जा रहा है। 2021 में हमोलों ने 1 लाख 75 हज़ार नौकरी निकालने का काम किया था और वो प्रोसेस में अबतक पूरा नहीं हो पाया है। इसको पूरा करवाने का काम हमलोग करेंगे।”
सोमवार को नई एनडीए सरकार की पहली बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दो नए उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा बिहार सरकार के मंत्रियों ने शिरकत की।
बताते चलें कि राज्यसभा से बिहार के 6 सांसद अप्रैल में रिटायर हो रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल के प्रोफेसर मनोज कुमार झा, अहमद अशफ़ाक़ करीम, जनता दल यूनाइटेड के बशिष्ठ नारायण सिंह, अनिल प्रसाद हेगड़े, कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह और भाजपा के सुशील कुमार मोदी का कार्यकाल अप्रैल में पूरा हो रहा है।
“भाई-भाई से लड़ रहा है। एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है। भाषाओं के बीच में लड़ाई हो रही है। एक जाति दूसरी जाति से लड़ रही है। और हम चाहते थे कि यह जो मोहब्बत का देश है...और इसमें फिर से जैसे मैंने कहा कि नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए,” राहुल गांधी ने कहा।
भारतीय जनता पार्टी कोटे से पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, डॉ प्रेम कुमार और जदयू कोटे से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव तथा श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली।
2020 का विधानसभा चुनाव भाजपा-जदयू साथ लड़कर जीती और नीतीश कुमार ने सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन 2022 आते आते वह वापस राजद के साथ चले गए और 10 अगस्त को उन्होंने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
राजभवन से इस्तीफा सौंप कर वापस आने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। महागठबंधन की सरकार समाप्त हो गई है।
बूरीमारा में राहुल गांधी दिन का विश्राम करेंगे। विश्राम के बाद न्याय यात्रा कजलामनी चौक, पूठीमारी हाट, सोंथा, राजसुंदर बारी चौक, शीतलनगर और चरगरिया बॉर्डर से होते हुए अररिया प्रवेश करेगी।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार के बदलते राजनीतिक परिदृश्य और सरकार के गिरने के क़यास को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता का कार्यकाल लंबा नहीं, बल्कि किरदार बड़ा होना चाहिए।
बिहार के सियासी हलचल के बीच वरिष्ठ जदयू नेता के सी त्यागी ने एक बयान में कहा, “INDIA गठबंधन टूट के कगार पर है, जिस मेहनत से, जिन इरादों से नीतीश कुमार ने इसको संगठित किया था, कांग्रेस पार्टी के एक ग़ैर ज़िम्मेदाराना और अड़ियल रवैये ने इसको तार तार कर दिया है।” उन्होंने आगे […]
बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के पांच बार लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस ने उस दिन सिलीगुड़ी शहर में कुछ परीक्षाओं का हवाला देते हुए आखिरी समय में अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
1970 में मुख्यमंत्री बनने के बाद कर्पूरी ठाकुर ने जो नीतियां अपनाई, वे आने वाले दशकों में बिहार की राजनीति की धुरी बनी रहीं और इन्हीं नीतियों ने राज्य की राजनीति में पिछड़े वर्गों के वर्चस्व को दशकों तक बनाये रखा, जो आज भी जारी है।
नीतीश कुमार के फिर से पलटने की चर्चा सियासत में खूब हो रही है। वैसे, नीतीश के लिए यू टर्न कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी नीतीश पलटते रहे हैं। वर्ष 2013 में जदयू ने भाजपा से अपना गठबंधन तोड़ कर राजद और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था।
अख्तरुल ईमान ने कहा कि पिछले दिनों सदन में उन्होंने एक प्रस्ताव रखा था कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर पटना के डाकबंगला चौराहे का नाम हो, लेकिन किसी भी दल ने समर्थन नहीं दिया और ना ही मेरे द्वारा रखा गया प्रस्ताव को स्वीकार किया गया।