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सहरसा: मिथिला पेंटिंग के माध्यम से कलाकार बढ़ा रहे शहर की खूबसूरती

दरभंगा से पेंटिंग करने आई छात्राएं सोनी कुमारी और देवी कुमारी बताती हैं कि पेंटिंग के माध्यम से वे लोगों को सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं।

Sarfaraz Alam Reported By Sarfraz Alam |
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बिहार के सहरसा जिले की सार्वजनिक जगहों के साथ-साथ सभी सरकारी दफ्तर की दीवारों पर मिथिला पेंटिंग की जा रही है। दरभंगा, समस्तीपुर बेगूसराय, मधुबनी के साथ-साथ अन्य जिलों से आई छात्राएं और महिलाएं सहरसा की सार्वजनिक दीवारों पर मिथिला पेंटिंग कर शहर का सौन्दर्य बढ़ा रही हैं।

दरभंगा से पेंटिंग करने आई छात्राएं सोनी कुमारी और देवी कुमारी बताती हैं कि पेंटिंग के माध्यम से वे लोगों को सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं।

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आपको बता दें कि बिहार की मिथिला पेंटिंग अपनी खास बनावट और शैली को लेकर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसको बढ़ावा देने और व्यावसायिक रूप से अपनाने के लिए सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है। यही कारण है कि रेलवे स्टेशन से लेकर अन्य सरकारी भवनों तथा कार्यालयों की दीवारों को मिथिला पेंटिंग से सजाया जा रहा है।


कलाकार अंजू देवी ने बताया कि मिथिला पेंटिंग उनके गांव से ही शुरू हुई थी, इसलिये उनको मिथिला पेंटिंग बनाना काफी पसंद है और वह मिथिला पेंटिंग बना कर अपना घर चला रही हैं।

कलाकारों ने शहरी सौंदर्यीकरण के इस अभियान में अब तक पांच दीवारों की पेंटिंग्स पूरी कर ली है, जबकि अभी दर्जनों दीवारों पर पेंटिंग होना बाकी है। स्वच्छता अभियान के तहत सहरसा की दीवारों को सजाने में अन्य जिलों से आई छात्राएं सड़क पर उतरी हुई हैं और पेंटिंग के क्षेत्र में अपनी कला को निखार रही हैं।

संवेदक जेके अमर बताते हैं कि मिथिला की पेंटिग की चर्चा देश विदेश में भी होती है और देश के प्रधानमंत्री भी मिथिला पेंटिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। पेंटिंग में कई सकारात्मक चीजों का संदेश रहता है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में पढ़ाई करने वाली छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ मिथिला पेंटिंग बना कर अपनी आजीविका भी चला रही हैं।

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एमएचएम कॉलेज सहरसा से बीए पढ़ा हुआ हूं। फ्रीलांसर के तौर पर सहरसा से ग्राउंड स्टोरी करता हूं।

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