Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

बिहार एनडीए में होगी टूट, क्या होगा इसका इफेक्ट?

बिहार में चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही बिहार में राजनीतिक गतिविधियों को बूस्टअप मिल गया है। सीट शेयरिंग को लेकर पॉलिटिकल पार्टियों के बीच में अब बात बनने की राह दिख रही है

Reported By Sahul Pandey |
Published On :

[vc_row][vc_column][vc_column_text]बिहार में चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही बिहार में राजनीतिक गतिविधियों को बूस्टअप मिल गया है। सीट शेयरिंग को लेकर पॉलिटिकल पार्टियों के बीच में अब बात बनने की राह दिख रही है। लगातार नेताओं के बीच मीटिंग हो रही हैं। रात रात भर मुलाकातें चल रही हैं। इसी बीच एनडीए घटक दल को लेकर बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है बिहार एनडीए में बड़ी टूट हो सकती है। जानकारी के अनुसार कल रात एलजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई है। इस बैठक में एनडीए गठबंधन में बने रहने को लेकर चर्चा हुई।

 

Also Read Story

किशनगंज लोकसभा क्षेत्र: अमौर के अधांग में वोटिंग का पूर्ण बहिष्कार, समझाने-बुझाने का प्रयास जारी

कटिहार में 200 घर जल कर राख, कई सिलेंडर फटे

सक्षमता परीक्षा-2 के लिये 26 अप्रैल से आवेदन, पहले चरण में सफल शिक्षक भी ले सकेंगे भाग

फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में जेल गये यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल

गैर-एनडीए सरकार घुसपैठ को बढ़ावा देती है: अररिया में बोले भाजपा नेता मनोज तिवारी

डॉ. जावेद और पीएम मोदी में झूठ बोलने का कंपटीशन चल रहा है: किशनगंज में बोले असदुद्दीन ओवैसी

कटिहार: खेत से मिली 54 वर्षीय स्कूल गार्ड की लाश, जांच में जुटी पुलिस

26 अप्रैल को पीएम मोदी पहुंचेंगे अररिया, फारबिसगंज में करेंगे चुनावी सभा

अररिया में 20 लोगों का नामांकन रद्द, 9 प्रत्याशी मैदान में बचे

एलजेपी होगी अलग?

खबर आ रही है कि इसमें एलजेपी नेताओं ने साफ तौर पर कह दिया अब गठबंधन में बने रहना संभव नहीं है। वहीं यह भी साफ हुआ कि एलजेपी बिहार चुनावों में 143 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारेगी। इस मीटिंग से एक और बात सामने आई हैं और वो ये हैं कि मीटिंग में इस बात को लेकर भी फैसला हुआ हैं कि पार्टी बीजेपी के अगेंन्ट नहीं जाएगी।


यानि की पार्टी उन्हीं जगहों पर अपने कैंडिडेट उतारेगी जहां पर नीतीश कुमार के उम्मीदवार होंगे या मांझी के उम्मीदवार होंगे। यानि इस मीटिंग से यह साफ हो गया है कि लोजपा इस बार के चुनाव में बीजेपी के बफर के तौर पर काम करेगी। वहीं आपको बता दें कि बिहार में तीसरे मोर्चे को लेकर भी अभी संभावनाएं बनी हुई हैं। यानि आरएलएसपी भी एलजेपी के साथ आकर साथ में चुनाव लड़ सकती है।

[wp_ad_camp_1]

आपको बताते चलें कि बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर कई सारी कयासें लग रही हैं। कहा जा रहा है इस बार का चुनाव एलजेपी के रुख के कारण 2005 के जैसा ही लग रहा है जब बिहार में एलजेपी किंग मेकर की भूमिका में थी। इस बार भी ऐसा ही माना जा रहा है कि बिहार चुनावों में एलजेपी अगर अलग ​होकर लड़ती है तो बिहार में त्रिशंकू परिणाम आने की उम्मीद होगी। ऐसे में चुनाव के बाद पैदा होनेवाली परिस्थितियों में एलजेपी एक बार फिर से किंग मेंकर की भूमिका में दिखाई दे सकती है।

[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_separator border_width=”4″ css_animation=”bounceInUp”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_single_image image=”3718″ img_size=”full” alignment=”center” onclick=”custom_link” img_link_target=”_blank” link=”https://pages.razorpay.com/support-main-media”][/vc_column][/vc_row]

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Related News

“मोदी जी झूठों के सरदार हैं”: किशनगंज में बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

BPSC TRE-3: इस तारीख को होगी रद्द हुई परीक्षा, BPSC ने जारी किया परीक्षा कैलेंडर

एक भी बांग्लादेशी को बिहार में रहने नहीं देंगे: अररिया में बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी

UPSC सिविल सर्विसेज़ परीक्षा में 1,016 सफल, आदित्य श्रीवास्तव बने टॉपर

किशनगंज: लोकसभा चुनाव प्रशिक्षण में भाग लेने मारवाड़ी कॉलेज आये एक शिक्षक की मौत

सोने की तस्करी करते किशनगंज का व्यापारी दिनेश पारीक समेत तीन लोग गिरफ्तार

अहमद अश्फाक़ करीम जदयू में हुए शामिल, कहा, “18 परसेंट मुस्लिमों को सिर्फ 2 सीट, यह हक़तल्फ़ी है”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?