AI मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। आसान भाषा में कहे तो कंप्यूटर का ऐसा सिस्टम जो इंसानी दिमाग़ की तरह तर्कों के आधार पर काम करता है, और नई जानकारियों के ज़रिये खुद से सीखता रहता है।
आजकल AI के इस्तेमाल से काफी ज़्यादा फेक फोटो और वीडियो तैयार किए जा रहे हैं, जो बिलकुल असली लगते हैं, लेकिन थोड़ा ध्यान देने पर आप AI से बने फोटो को आसानी से पहचान सकते हैं, क्योंकि कुछ भी हो कंप्यूटर और इंसानी दिमाग में कुछ तो अंंतर है।
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असामान्यता
AI तस्वीरों को ध्यान से देखने पर या जूम करके देखने पर कुछ असामान्यता नजर आती है, किसी अंग जैसे नाक या कान का ब्लर हो जाना। अगर आप इन तस्वीरों के कलर पर भी गौर करें तो ये नैचुरल नहीं लगते।
इसके अलावा, अगर आप कैमरा के जानकार हैं या लाइट के अफेक्ट की थोड़ी भी जानकारी है तो आप AI से बनी तस्वीरों को आसानी से पकड़ सकते हैं, क्योंकि लाइट का इफेक्ट इनमें थोड़ा अजीब होता है।
चेहरे स्पष्ट नहीं
और AI से बनी तस्वीर अगर ग्रुप फोटो है, तो वो और भी आसानी से पकड़ी जा सकती है क्योंकि उसमें सबके चेहरे स्पष्ट नजर नहीं आते।
और तो और AI द्वारा बनाई गई तस्वीरों में कुछ भी कल्पना की जा सकती है जैसे हवा में उड़ती हुई तस्वीर, पहाड़ उठाते हुए या समुद्र के बीच में सूर्य के साथ की तस्वीर जो क्योंकि कल्पनाओं में तो आप कहीं भी पहुंच सकते हैं ना।
AI or Not
AI जेनरेटेड तस्वीरों की प्रमाणिकता को सत्यापित नहीं किया जा सकता, इसीलिए, कोई तस्वीर सही है कि नहीं यह चेक करने के लिए आप Google Images में जाकर, ऐसे रिवर्स इमेज सर्च कर सकते हैं। या फिर जैसे कहते हैं न कि लोहा लोहे को काटता है, वैसे ही विशेष AI टूल जैसे AI or Not (aiornot.com) का उपयोग भी कर सकते हैं।
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