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Trusted Source of News: खबर का सही स्त्रोत कैसे पहचानते हैं?

आज के दौर में किसी भी खबर का स्त्रोत पता करना बहुत जरूरी है ताकि हम ये जान सकें कि कौन सी खबर फेक है और कौन सी खबर सही है।

Ariba Khan Reported By Ariba Khan |
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आज के दौर में किसी भी खबर का स्त्रोत पता करना बहुत जरूरी है ताकि हम ये जान सकें कि कौन सी खबर फेक है और कौन सी खबर सही है।

विश्वसनीय समाचार पहचानने के कुछ तरीके हैं।

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सबसे पहले हम देखते हैं कि आने वाले समाचार का स्त्रोत क्या है। मतलब किस संगठन, न्यूज चैनल, वेबसाइट, न्यूज़पेपर या मैगज़ीन से वो खबर आ रही है? वो संस्था कैसी पत्रकारिता के लिए वह जाना जाता है? क्या उस संगठन पर फेक न्यूज फैलाने का कोई इल्जाम है?


इसके बाद हम उस समाचार के लेखक के बारे में जांच पड़ताल करते हैं, वो समाचार में किस तरह के आकड़े, साक्ष्य और संदर्भों को प्रस्तुत कर रहा है? लेखक किसी खास मकसद से या अपने फायदे के लिए तो समाचार को नहीं लिख रहा? उसकी इस क्षेत्र में योग्यता या अनुभव क्या है?

तीसरा हम उस समाचार के अलग अलग पक्षों की जांच करते हैं कि उससे संबंधित हर पहलू को प्रस्तुत किया गया है कि नहीं?

इसके बाद देखना है की समाचार का शीर्षक भड़काऊ तो नहीं है। थंबनेल में कैसी भाषा और फोटो का इस्तेमाल किया गया है।

साथ में ये जानना भी आवश्यक है कि जिस संस्था से वह समाचार फैलाया जा रहा है उसके आय का स्त्रोत क्या है, कौन और किस मक़सद से उसकी फंडिंग कर रहा है ?

इन सारे तथ्यों को परखने के बाद ही हम इस नतीजे पर पहुंच सकते हैं कि हमारे पास जो खबर आ रही है वो सच में सही है या फेक है।

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अरीबा खान जामिया मिलिया इस्लामिया में एम ए डेवलपमेंट कम्युनिकेशन की छात्रा हैं। 2021 में NFI fellow रही हैं। ‘मैं मीडिया’ से बतौर एंकर और वॉइस ओवर आर्टिस्ट जुड़ी हैं। महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर खबरें लिखती हैं।

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