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रामचरितमानस विवाद पर क्या बोले AIMIM के अख्तरुल ईमान?

हिन्दू धर्मग्रंथ रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा दिए गए विवादित बयान को एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान बचते नजर आए।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :
Akhtarul Iman at AIMIM office in Kishanganj

हिन्दू धर्मग्रंथ रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा दिए गए विवादित बयान को एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान बचते नजर आए।


किशनगंज में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “जहां तक मैं जानता हूँ शिक्षा मंत्री एक पढ़े लिखे और सभ्य आदमी हैं और धर्म का भी उन्हें ज्ञान है। क्योंकि यह मामला धर्मग्रंथ से जुड़ा हुआ है इसमें मैं कुछ टिपण्णी नहीं कर सकता। उन्होंने जो कुछ कहा होगा, उनका अपना अध्ययन रहा होगा। अगर ऊंच-नीच, जन्म-जात से कुछ हो जाए तो यह बात तो खटकती है। इस मामले में मैं कोई बात नहीं कर सकता क्योंकि मैं अब तक रामचरितमानस ठीक से नहीं पढ़ पाया हूँ, इसलिए वे लोग मुझसे बेहतर समझते हैं।”

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एआईएमआईएम दफ्तर में आयोजित किशनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और विजेता पार्षदों के सम्मान समारोह के बाद अख्तरुल ईमान ने प्रेसवार्ता में नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद इंद्रदेव पासवान और उप मुख्य पार्षद निखत कलीम और बाकी पार्षदों को बधाई दी।


इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह नई टीम किशनगंज नगर को स्वच्छ और विकासशील नगर में तब्दील कर दिखाएगी। साथ ही साथ उन्होंने आपसी सौहार्द और समाजी एकता को बढ़ावा देने की भी हिमायत की।

इस दौरान अख्तरुल ईमान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बीमा स्कीम देने की भी मांग की।

उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पत्रकारों का मुफ्त में जीवन बीमा होनी चाहिए तथा बंगाल सरकार की तर्ज पर उनके लिए बिहार स्टेट ट्रांसपोर्ट बसों का किराया माफ कर देना चाहिए।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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