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दशकों से सड़क के लिए तरस रहा है दार्जिलिंग का ये गाँव

38 साल पहले इस सड़क के कुछ हिस्से में पत्थर डाले गये थे लेकिन तब से आज तक इसे पक्का नहीं किया गया और न ही कोई मरम्मत ही हुई। सड़क की हालत एकदम जर्जर हो चुकी है।

छह सालों से एक क्षतिग्रस्त पुल के भरोसे ग्रामीण, MP MLA से नाउम्मीद

लगभग ज़मीन में धस चूका यह पुल किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड के कांटाबाड़ी में स्थित है। मंगुरा पंचायत में आने वाला यह जर्जर पुल आधा दर्जन गांवों के लोगों के लिए प्रखंड मुख्यालय तक पहुँचने का मुख्य मार्ग है।

Mobile चोरी हो जाए तो ऐसे कर दें ब्लॉक

भारत सरकार ने पूरे भारत में एक वेबसाइट लांच किया है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप किसी भी खोये हुए मोबाइल को ब्लॉक कर सकते हैं।

‘हम चाहते थे बेटा पढ़ाई करे, मज़दूरी नहीं’, नेपाल में मरे मज़दूरों की कहानी

दिघलबैंक ग्राम पंचायत अंतर्गत बैरबन्ना गांव के कई नौजवान मज़दूर नेपाल के इलाम ज़िले में लेबर-मिस्त्री का काम करते हैं। इन्हीं में से चार मजदूर थे अजीमुद्दीन, अब्दुल, तौसीफ और मुजफ्फर। बीते 5 मई की शाम काम के दौरान एक निर्माणाधीन मकान के धंसने से चारों की मौत हो गई। चारों मृतक एक ही खानदान से थे।

किशनगंज वासी महानंदा बेसिन के पक्ष में हैं लेकिन गांवों को न उजाड़ा जाए: ईमान

महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड स्थित रतुआ नदी में तटबंध का निर्माण कार्य शुरू होना है। जहां तटबंध का निर्माण होना है उसके आस-पास एक बड़ी आबादी बसती है। पिछले दिनों यहाँ के लोगों को विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिस भेजा गया है जिससे ग्रामीण चिंतित हैं।

पुल न बनने पर तीन गांव के ग्रामीणों ने किया लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान

कटिहार जिले के गोगरा, ललगांव और पीरगंज गांव के लोग सालों से एक अधूरे पल के निर्माण की आस में बैठे हैं। नेताओं के खोखले वादों से तंग आकर ग्रामीणों ने पुल न बनने की सूरत में आने वाले लोकसभा चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करने की ठान ली है।

तमाम उपलब्धियों के बावजूद गुमनाम ज़िन्दगी जी रहे पेंटर श्रीनारायण सिंह

अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड के मधुरा उत्तर के सिंह टोला निवासी श्रीनारायण सिंह पिछले कई दशकों से चित्रकारी कर रहे हैं।‌ श्री नारायण सिंह स्वतंत्रता सेनानी सह चित्रकार विश्वनाथ सिंह के पुत्र हैं।‌

किशनगंज का नेहरू कॉलेज, जहाँ 21 एकड़ के कैंपस में छात्र से ज़्यादा मवेशी नज़र आते हैं

बहादुरगंज का नेहरू कॉलेज 5 जून, 1965 को अस्तित्व में आया। यह कॉलेज किशनगंज ज़िले के मात्र दो सरकारी कॉलेजों में से एक है। मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज शहर में है, वहीं नेहरू कॉलेज ग्रामीण क्षेत्र में है।

अररिया: राशन कार्ड के लिए सालों से दफ्तरों के चक्कर लगा रहे इस गांव के लोग

ग़रीब तबके से ताल्लुक रखने वाले ये परिवार राशन कार्ड न होने से परेशान हैं। गांव वासियों का कहना है कि करीब 2 साल पहले आवेदन पत्र देने के बाद अब तक उन्हें राशन कार्ड नहीं दिया गया है।

चार माह से बनकर तैयार फ्लाईओवर, उद्घाटन के इंतजार में अब तक बंद

किशनगंज से होकर गुजरनेवाली नेशनल हाईवे 27 पर लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने और सड़क हादसा रोकने के लिए लगभग तीन किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है। यह फ्लाईओवर पिछले चार महीनों से बनकर तैयार है, लेकिन अब तक इसे इस्तेमाल के लिए नहीं खोला गया है।

बिहार के किसान ने सस्ते में पुरानी साइकिल से बना दिया हल

कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। इस बात को एक बार फिर सही साबित किया है सहरसा के सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बैजनाथपुर गांव के दिनेश कुमार यादव और उनके भतीजे शशि यादव ने।

हिन्दू मोहल्ले में रहने वाले इकलौते मुस्लिम, जो इमामत भी करते थे और सत्संग भी

जेपी आंदोलन में अब्दुल रहमान के साथ रहे वचन देव मोदी अपने मित्र रहमान के घर उनका हाल चाल पूछने आए हुए हैं। वह बताते हैं कि रहमान एक मिलनसार इंसान होने के साथ-साथ बेहतरीन कलाकार भी हैं।

नेपाल में भूस्खलन से किशनगंज के चार मज़दूरों की मौत

नेपाल में भूस्खलन के चलते मलबे में दबने से किशनगंज के चार मज़दूरों की मौत हो गई। नेपाल के इलाम जिले के फिकर पहाड़ पर पत्थर खिसकने से यह दर्दनाक हादसा हुआ।

दार्जिलिंग के चाय बागान श्रमिक ₹232 में मज़दूरी करने पर मजबूर

पश्चिम बंगाल और असम में चाय बागान के श्रमिकों को फिलहाल 232 रुपए दिहाड़ी की दर से मज़दूरी दी जाती है। त्रिपुरा और बिहार के किशनगंज को छोड़ दें तो यह देश में बाकी राज्यों के मुक़ाबले काफी कम है।

बिहार में इस महीने होगी माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, प्राथमिक, मध्य विद्यालय शिक्षकों की बहाली

नियोजित शिक्षकों के बीपीएससी परीक्षा विरोध के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षक पंद्रह से बीस सालों तक बच्चों को पढ़ाते आ रहे है। उन विषयों में से सवाल पूछा जाएगा तो आपलोगों को तकलीफ क्या है, आप की नौकरी नहीं जायेगी।

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