इन दिनों सीमांचल में जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम एक कथित पत्रकार के सवाल से गुस्से में माइक हटाते नज़र आ रहे हैं।
बिहार से सटे पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के बेलन ग्राम पंचायत क्षेत्र संख्या दो में पंचायत चुनाव में ममता सरकार के खिलाफ गुंडागर्दी का आरोप लगाकर ग्रामीण लगातार हंगामा कर रहे हैं।
चचरी पुल में फँसी यह बाइक सीमांचल में विकास की आँख मिचौली की दास्तान बयाँ करती है। अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड अंतर्गत कदमघाट में स्थित इस चचरी पुल से रोज़ाना सैकड़ों लोग दोपहिया वाहन पर सवार होकर या पैदल गुज़रते हैं।
किशनगंज नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत तेघरिया मोहल्ला स्थित प्राथमिक विद्यालय तेघरिया में मिड डे मील (मध्याह्न भोजन) की गुणवत्ता को लेकर छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर खूब हंगामा किया।
खगड़िया ज़िले का यह एक ऐसा इलाका है जहां अंधेरा होते ही लोगों की आवाजा ही बंद हो जाती है। रात के अंधेरे में लोग इस इलाके में जाने से भी कतराते हैं।
अररिया नगर परिषद के वार्ड संख्या 7 के पार्षद श्याम मंडल ने बताया कि इस मामले में उन्होंने बिजली विभाग के जे.ई और कार्यपालक पदाधिकारी से बात की है तो उन्हें बताया गया कि इसका टेंडर हो चुका है।
किशनगंज में नियमों को ताक पर रख कर मनरेगा की कई परियोजनाओं में जेसीबी और ट्रैक्टर का प्रयोग किया जा रहा है।
कटिहार जिले के बारसोई अनुमंडल अंतर्गत कदवा और आजमनगर प्रखंड के कई गांवों के लोग बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या से परेशान हैं। जून महीने में कटिहार में लगातार भीषण हीट वेव देखा जा रहा है ऐसे में बिजली की इस समस्या ने ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
इन दिनों एक मजदूर की दर्द भरी आवाज में पलायन के ऊपर गाए गए इस गाने को खूब पसंद किया जा रहा है। इसका वायरल वीडियो आपने किसी ना किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जरूर देखा होगा जिसमें यह मजदूर दो ट्रेनों के बीच खड़ा होकर इस गाने के माध्यम से अपना दुख व्यक्त कर रहा है।
ये नज़ारा है सहरसा जंक्शन पर खड़ी सहरसा - अमृतसर एक्सप्रेस के जेनरल डब्बे का। ट्रैन के किसी भी जनरल डब्बे में पैर रखने तक की जगह नहीं है। ट्रेन में भारी भीड़ होने से रोज़ी रोटी के लिए बिहार से बाहर जा रहे मज़दूरों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कभी आपने सोचा है कि जो लोग चाय पत्ती बनाते हैं उनको कितनी थकान हो जाती होगी। चाय बागान में हाथों से एक एक पत्ती तोड़ तोड़कर इकट्ठा करने में कितनी मेहनत लगती होगी, और फैक्ट्री में चाय पत्ती की प्रोसेसिंग करने वाले मजदूरों को कितना पसीना बहाना पड़ता होगा?
राजपाल मलिक का, जो अपने कटे-फटे और कंपकंपाते हाथों के साथ पंखे बना रहे हैं। और यह काम वह पिछले 10-15 सालों से करते आ रहे हैं।
संत बाबा कारू खिरहरी मंदिर की दानपेटियां पिछले 4 साल से बंद थी। यहां कुल 8 दान पेटियां हैं जो पिछले 4 सालों से खोली नहीं गई थीं।
कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड अंतर्गत जंगलाटार पंचायत में मौजूद गोगाबिल झील प्रवासी पक्षियों के लिए मशहूर है। इस झील पर कैस्पियन सागर और साइबेरियाई क्षेत्र से लगभग 300 प्रवासी पक्षी मानसून और सर्दियों के दौरान आते हैं।
किशनगंज एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर स्कूल वैन को रोका गया, तलाशी करने पर स्कूल वैन से लगभग तीन सौ पच्चास लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी।