कटिहार मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (केएमसीएच) में इलाज के दौरान एक घायल व्यक्ति की मौत के बाद खूब हंगामा हुआ। मृत व्यक्ति के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों और अधिकारियों पर मरीज़ के साथ लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि मोहम्मद जुल्फिकार कुछ दिनों पहले एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुए थे जिसके बाद उन्हें केएमसीएच में भर्ती कराया गया था। मरीज़ के शरीर में इन्फेक्शन बढ़ने के कारण उसका एक पैर भी काटना पड़ा था।
परिजनों ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया है कि मरीज़ को खून चढाने में लापरवाही बरती गई और बिना रक्तचाप मापे मरीज़ को इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करने के लिए अस्पताल द्वारा पांच हज़ार रुपए की मांग करने का भी आरोप लगाया।
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बताया जाता है कि मोहम्मद जुल्फिकार करीब एक सप्ताह पहले हसनगंज इलाके में सड़क दुर्घटना का शिकार हुए थे।
परिजनों ने मुफस्सिल थाने के अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का भी आरोप लगाया और कहा कि जब मामला दर्ज कराने के लिए थाने में आवेदन दिया गया तो आवेदन नहीं लिया गया और कहा गया कि आवेदन पत्र रख दीजिये, जब बड़ा बाबू आएंगे, तो कागज़ात देख लिया जाएगा।
मृत व्यक्ति के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप को गलत बताते हुए मुफस्सिल थाने के सब इंस्पेक्टर गौरी शंकर ने कहा कि जिस दिन दुर्घटना हुई, उसी दिन एफ़आईआर दर्ज कर ली गई थी। उन्होंने आगे कहा कि दोषी व्यक्ति की तलाश जारी है।
इधर, मोहम्मद ज़ुल्फ़िक़ार की मौत के बाद उनके परिजन और आस पास के लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया।
उन्होंने सरकार से मृत व्यक्ति के परिवार के लिए मुआवज़े की मांग की और कहा कि जब तक हादसे के दोषियों को नहीं पकड़ा जाता, तब तक मृत व्यक्ति का शव दफनाया नहीं जाएगा।
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