उन लोगों ने रस्सी से खंभे में बांध दिया और मार-मार कर अधमरा कर दिया। जब बेहोश हो जाती, तो वे लोग पानी पिला कर होश में लाते थे और फिर मारते थे। मैं तीन बार बेहोश हो गई थी और तीनों बार मुझे होश में लाकर मारा गया। चोटें शरीर के ऐसे-ऐसे हिस्सों में लगी हैं कि मैं दिखा नहीं सकती।
कथित तौर पर अपने चाचा और उसके परिजनों के गुस्से का शिकार हुई 18 वर्ष की युवती ने अस्पताल के बिस्तर पर कराहते हुए ये सब बताया।
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वह बिहार के किशनगंज जिले में कोचाधामन थाना क्षेत्र के बेहिता गांव की रहने वाली है।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपित फरार बताये जा रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
क्या है मामला?
पीड़िता के मुताबिक, पूरा मामला उनके चाचा जमील अख्तर की बेटी की फरारी से जुड़ा हुआ है। पीड़िता ने बताया,
पिछले 22 सितंबर को जमील अख्तर की बेटी प्रेम-प्रसंग में किसी युवक के साथ भाग गई थी।” इस घटना के पीछे उन्होंने युवती को जिम्मेवार बताया। युवती बताती हैं, “जबकि सच ये है कि जिस दिन उनकी बेटी फरार हुई थी, उस दिन मैं घर पर थी भी नहीं। मैं उस दिन अररिया में एक डॉक्टर के पास गई हुई थी।
लेकिन युवती की ये फरियाद जमील और उसके परिजनों ने नहीं सुनी। युवती को जमील के परिजन उसे घर से उठाकर ले गय और खंभे से बांध दिया।
“वे लोग बार-बार मुझपर एक ही आरोप लगा रहे थे कि मैंने उनके बेटी को कहां भगा दिया है। मैं बार बार यही दोहरा रही थी कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी। मुझे गंदी गालियां दीं”,
युवती बताती हैं।
युवती का आरोप है कि इसके बाद उन लोगों ने उसकी खूब पिटाई की। पहले जमील ने मारा, फिर उसके बेटे अजीम हाफिज, सबीह, नकी और मुकीम ने बारी-बारी से पिटाई की। इसके बाद मोहसिन आया और उसने गर्दन में चाक़ू रख दिया और धमकाते हुए फिर वही सवाल दोहराया कि उसने जमील की बेटी के कहां भगा दिया है। युवती कहती है,
इस बीच मैं तीन बार बेहोश हो गई, तो पानी पिला कर मुझे होश में लाया गया। 8 बजे रात से 2 बजे तक ये लोग मुझे मारते रहे। मैं बहुत रोई। किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। देर रात दो बजे वे मुझे अधमरा छोड़ कर चले गए। फिर मेरी बहन मुझे वहां से ले गई।
फिलहाल, पीड़िता का इलाज किशगंज सदर अस्पताल में चल रहा है। उसकी गर्दन, जांघ, पीठ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं।
जिसे भगाने का आरोप था, वो वापस लौट आई
स्थानीय सूत्रों व पीड़िता के मुताबिक, जिस लड़की को भगाने के आरोप में जमील और उसके परिजनों ने कथित तौर पर अपनी भतीजी की बेरहमी से पिटाई कर दी, वो वापस आ गई है।
पीड़िता के साथ अस्पताल में मौजूद उसकी मौसी ने बताया जिस लड़की को भगाने के आरोप में इतनी बेरहमी से पिटाई की गई, उसे दूसरे दिन ही जमील वापस घर ले लाया।
“वो वापस आ गई है, घर में है। उनके अब्बा लेने गए थे। घर में रखे हैं। उसके साथ उन लोगों ने कुछ नहीं किया है। अपनी बेटी को कुछ नहीं बोला है। 22 तारीख को वो भागी थी, 23 को उसे वापस लेकर आ गए”
पीड़िता की मौसी ने बताया
छह लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज
मारपीट को लेकर पीड़िता ने कोचाधामन थाने में छह लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है। नामजद आरोपितों में जमील के साथ-साथ नक़ी, सबीह, अजीम, मुकीम व मोहसिन शामिल हैं। किशनगंज एसडीपीओ अनवर जावेद ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, “कोचाधामन के बोहिता गांव का मामला है। एक लड़की लापता थी। उसके पिता को अपनी भतीजी पर संदेह था कि वो उसके कहने पर फरार हुई है। जबकि मामला ऐसा नहीं था।”
किशनगंज एसडीपीओ अनवर जावेद
“लापता होने को लेकर एक केस दर्ज़ किया गया था। उसी को लेकर चाचा और उसके परिजनों ने युवती से मारपीट की। बांध कर भी रखा गया था। पुलिस को ख़बर हुई, तो उसकी मेडिकल जांच कराई गई। आरोपितों की गिरफ़्तारी की प्रक्रिया चल रही है। सभी आरोपित घर छोड़ कर फरार हैं। तकनीकी अनुसंधान भी किया जा रहा है। शीघ्र ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा”, अनवर जावेद ने बताया।
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