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अज्ञात बीमारी से अररिया में तीन बच्चों और दो बुजुर्गों की मौत

अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड की मझुवा पूरब पंचायत के वार्ड नंबर 11 स्थित चिरवाहा टोले में अज्ञात बीमारी से पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत‌ हो गई।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
Published On :
three children and two elderly people died in araria due to unknown disease

अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड की मझुवा पूरब पंचायत के वार्ड नंबर 11 स्थित चिरवाहा टोले में अज्ञात बीमारी से पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत‌ हो गई।


स्थानीय लोगों के अनुसार, सभी मृतकों में एक जैसे लक्षण थे, जिनमें सर्दी, तेज बुखार, उल्टी और शरीर में अकड़न शामिल थे।

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मृतकों में मझुवा पूरब पंचायत के चिरवाहा टोला के चार वर्षीय रौनक कुमार, डेढ़ माह के अंकुश कुमार और करीब सात वर्षीय गौरी कुमारी शामिल हैं। इसके अलावा, 58 वर्षीय शर्मा देवी और 62 वर्षीय राजू शर्मा की भी इसी बीमारी के कारण मौत हो गई। सभी मृतकों में बुखार, दस्त, उल्टी और शरीर में कम्पन जैसे लक्षण पाए गए थे।


मृतकों के परिजनों ने क्या कहा

घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। बच्चों में थोड़ी भी समस्या होने पर ग्रामीण तत्काल अस्पताल की ओर दौड़ पड़ते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, अब भी आधा दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हैं और उन्हें अररिया और पूर्णिया के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

मृतक रौनक कुमार के परिजनों ने बताया कि बच्चे को अचानक से सर्दी, खांसी और उल्टी हुई और उसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ती गई। वहीं, मृतक गौरी कुमारी के दादा शंकर ऋषिदेव ने कहा कि बच्ची की तबीयत खराब होने पर उसे पूर्णिया के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर वे उसे घर वापस ले आए, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक अंकुश कुमार की मां रीता देवी ने बताया कि बच्चे को बुखार लगा था और उसे पूर्णिया ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

क्या कहते हैं अधिकारी

अररिया सिविल सर्जन डॉ. के के कश्यप ने गांव का दौरा किया और बताया कि पांच लोगों की मौत हुई है, और जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह कौन सी बीमारी है।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मोईज के अनुसार, तीनों बच्चों में एक जैसे लक्षण देखे गए, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह बीमारी एन्सेफैलोपैथी हो सकती है। हालांकि, अंतिम निष्कर्ष जांच के बाद ही निकाला जा सकेगा।

स्वास्थ्य सेवाओं की कमी

ग्रामीणों ने क्षेत्र में एक अस्पताल की मांग की है, क्योंकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और रानीगंज अस्पताल की दूरी अधिक होने के कारण समय पर इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है। फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाके में निगरानी रख रही है और ग्रामीणों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा रही है।

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अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

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