बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड स्थित रामपुर पंचायत की यह सड़क बहुत जर्जर स्थिति में है। थोड़ी सी बारिश में ही स्थिति बदतर हो जाती है। यह सड़क लगभग 18 किलोमीटर लंबी है और अररिया जिले के नरपतगंज को सुपौल जिले के छातापुर से जोड़ती है। दर्जनों पंचायत के लोग इस रास्ते से आते-जाते हैं।
हजारों की संख्या में रोजाना लोग इस सड़क से गुज़रते हैं। रामपुर पंचायत के पूर्व मुखिया मो. अशफाक़ ने बताया कि यहां के लोगों ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से इस सड़क पर ध्यान देने की अपील की, पर कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने आगे बताया कि यह एक मुस्लिम बहुत क्षेत्र है, शायद इसलिए यह सड़क नहीं बन रही है।
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बारिश होने से इस जर्जर सड़क पर जल-जमाव की स्थिति पैदा हो जाती है। बगल में बने नाले का पानी भी सड़क पर आ आता है, जिससे स्थिति और भी बदतर बन जाती है। इस सड़क पर पलासी, रिवाही, फतेहपुर, रामघाट, पिथौरा, बड़हरा, तामगंज आदि गांव अवस्थित हैं।
स्थानीय ग्रमीण मो. सरफ़राज़ बताते हैं कि सड़क की जर्जर स्थिति से इलाके के लोग आम दिनों में तो परेशान होते ही हैं, लेकिन, बारिश आ जाने के बाद स्थिति बद से बदतर हो जाती है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों और बीमार लोगों को होती है।
बारिश के दिनों में लोगों को लंबी दूरी तय कर फारबिसगंज प्रखंड मुख्यालय व अररिया जिला मुख्यालय आना-जाना पड़ता है। रामपुर गांव के पिंटू कुमार गुप्ता बताते हैं कि अभी बारिश शुरू हुई है तो यह हाल है, पता नहीं जब अधिक बारिश होगी तो क्या हाल होगा?
राष्ट्रीय जनता दल के अररिया जिला अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि इलाके के लोगों के लिए यह एक मुख्य सड़क है और इस सड़क से रोजाना हजारों की संख्या में लोग आवागमन करते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कराया जाए, वरना वह अनशन पर बैठ जायेंगे।
वहीं, सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर फारबिसगंज विधायक विद्या सागर केशरी केशरी ने फोन पर बताया कि सड़क की मरम्मती को लेकर दिया गया प्रस्ताव पास हो गया है और नवंबर से सड़क की मरम्मत शुरू हो जाएगी।
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