भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने NH 27 के संचालन और रखरखाव के सुपरविजन के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किया है। शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर NHAI ने बिहार के पूर्णिया से पश्चिम बंगाल के दालखोला खंड तक संचालन और रखरखाव कार्य के सुपरविजन और किशनगंज के दूसरे फ्लाईओवर के लिए पर्यवेक्षण सलाहकार की नियुक्ति के लिए निविदा मांगे हैं।
यह टेंडर पूर्णिया से दालखोला सेक्शन में एनएच-27 पर 410.700 किलोमीटर से 447.480 किलोमीटर तक संचालन और मेंटेनेंस कार्य के सुपरविजन के लिए आमंत्रित किए गए हैं। वहीं, इसी NH पर किशनगंज के दूसरे फ्लाईओवर में 472.300 से 475.480 किलोमीटर की दूरी तक संचालन और रखरखाव का काम किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लंबाई 39.480 किलोमीटर है इसकी लागत 403.05 करोड़ रुपये है। इस कार्य की अवधि 36 महीने निर्धारित की गई है।
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इच्छुक आवेदनकर्ता सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के infracon.nic.in की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद आईडी दी जाएगी जिसे टेंडर प्रस्ताव करते समय प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। इच्छुक सलाहकार प्रस्ताव के लिए अनुरोध पत्र (आरएफ़पी) डाउनलोड करने पर 5,000 रुपये की नॉन-रिफंडेबल फीस देनी होगी।
खबर का असर
NHAI की यह अधिसूचना 24 जनवरी को जारी की गई है। इससे एक दिन पहले 23 जनवरी को ‘मैं मीडिया’ ने एनएच 27 की सड़कों की खस्ता हालत पर विस्तृत खबर चलाई थी। इसके 24 घंटे के भीतर ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एनएच 27 को लेकर ये बड़ा कदम उठाया है। “निर्माण खर्च से 228.05 करोड़ रुपये अधिक वसूली के बावजूद NH 27 पर बड़े बड़े गड्ढे” शीर्षक के साथ छपी खबर में हमने एनएच 27 पर चलने वाले राहगीरों से जर्जर हो चुके नेशनल हाईवे 27 पर आवाजाही में आने वाली परेशानियों को जानने का प्रयास किया था।
बताना महत्वपूर्ण है कि केंद्र सरकार के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, पूर्णिया से इस्लामपुर सेक्शन के निर्माण कार्य में नवंबर 2024 तक 726.40 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। जबकि इस मार्ग पर मौजूद दो टोल प्लाज़ा बरसोनी और सुरजापुर में कुल 954.45 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं। लागत से अधिक टोल वसूली के बावजूद लंबे समय से एनएच 27 के इस खंड में आने वाली सड़कें काफी खस्ता हैं।
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