किशनगंज के अग्निशमन पदाधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव पर शांतनु बनर्जी नामक एक अग्निशमन उपकरण सप्लायर ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। सप्लायर ने इसकी लिखित शिकायत जिला पदाधिकारी को देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
शिकायतकर्ता सप्लायर शांतनु बनर्जी पिछले दस वर्षों से जिले में फायर फाइटिंग का कारोबार कर रहे हैं। फायर फाइटिंग में विभिन्न दुकानों व प्रतिष्ठानों में अग्निशमन के उपकरण लगाने का कार्य होता है।
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किशनगंज फायर ब्रिगेड के अधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए शांतनु कहते हैं कि जिले में जहां भी वह अग्निशमन के उपकरण लगाते हैं, उसके एवज में फायर ब्रिगेड अधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव के द्वारा उस काम के बदले उनसे रिश्वत मांगा जाता है। जब व्यापारी द्वारा रिश्वत देने का विरोध किया जाता है, तो फायर ब्रिगेड अधिकारी चेकिंग के नाम पर उसके ग्राहक को भड़का देते हैं।
शिकायतकर्ता ने कहा, “अग्निशमन पदाधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव को जो सप्लायर मुंह मांगा कमीशन देता है, वह उसी के काम का टेंडर दिलवाते हैं। मै रिश्वत नहीं देता हूँ, तो वो मुझे काम नहीं करने देना चाहते हैं।”
शिकायतकर्ता ने जिला पदाधिकारी को आरोपी पदाधिकारी के खिलाफ साक्ष्य के रूप में एक कॉल रेकॉर्डिंग भी उपलब्ध करायी है। इस रिकार्डिंग में अग्निशमन पदाधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव और शिकायतकर्ता व्यापारी शांतनु बनर्जी के बीच पैसे के लेनदेन की बात हो रही है।
आरोपी अग्निशमन पदाधिकारी लालकेश्वर प्रसाद यादव ने अपने ऊपर लगाए गए सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा मैंने कोई रिश्वत नहीं ली है। अधिकारी ने शांतनु बनर्जी पर अपने आदमियों को भेजकर धमकाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। कॉल रिकार्डिंग को भी उन्होंने झूठा बताया है।
इस मामले को लेकर किशनगंज के प्रभारी जिलाधिकारी स्पर्श गुप्ता ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में है। इस मामले की जांच के आदेश दिये गये है। जांच के बाद अगर आरोपी दोषी साबित होते हैं, तो उनके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
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