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22 वर्षीय अरबिना को छोड़ गया था पति, माँ-बाप और बच्चों के लिए करती थी मज़दूरी

गुजरात से चल कर मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचने वाली श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला प्रवासी मज़दूर का शव मिला। मामले से सम्बंधित एक वीडियो सोशल साइट्स पर तेजी के साथ वायरल हो गया

Seemanchal Library Foundation founder Saquib Ahmed Reported By Saquib Ahmed |
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गुजरात से चल कर मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचने वाली श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला प्रवासी मज़दूर का शव मिला। मामले से सम्बंधित एक वीडियो सोशल साइट्स पर तेजी के साथ वायरल हो गया – प्लेटफार्म पर शव को यूँ ही रख दिया गया है और मासूम बेटा हक़ीकत से बेखबर अपने माँ के शव को ढके चादर से खेल रहा है।


घटना मुज़फ़्फ़रपुर रेलवे स्टेशन की है। जानकारी के अनुसार मृतक 22 वर्षीय अरबिना ख़ातून 23 मई को श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन से गुजरात के अहमदाबाद से अपने रिश्तेदारों के साथ निकली थी। वो कटिहार ज़िले के आजमनगर अंतर्गत महेशपुर पंचायत स्थित अपने पैतृक गाँव लौट रही थी।

Arbina Khatoon
अरबिना ख़ातून

मैं मीडिया से बात करते हुए अरबिना के पिता ने बताया कि

अरबिना ख़ातून अपनी बहन के परिवार और दो बच्चों के साथ अहमदाबाद से लौट रही थी। रास्ते में कैसे मौत हो गयी इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता।

वहीं माँ ने बताया कि

अरबिना ख़ातून को उसके पति ने छोड़ दिया था। 8 महीने पहले अरबिना मजदूरी करने के लिए गुजरात के अहमदाबाद गयी थी। अरबिना का पति अब कहाँ है किसी को नही पता।

 

मृतक अरबिना ख़ातून के साथ लौट रहे जीजा मोहम्मद ओजिर के अनुसार 6 साल पहले अरबिना ख़ातून की शादी उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी इस्लाम से हुई थी, जिसने लगभग 2 साल पहले उसे छोड़ दिया है। तबसे इस्लाम का कोई अता-पता नही है। 7 बहनों, वृद्ध माता-पिता और घर में कोई कमाने वाला नही होने की वजह से 8 महीने पहले गुजरात के अहमदाबाद जा कर अरबिना बुल्डिंग लाइन में मजदूरी करने लगी। महीने का 9 से 10 हज़ार कमाने वाली अरबिना अपने कमाई का कुछ हिस्सा अपने माता-पिता को भेज दिया करती थी।

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स्वभाव से घुमंतू और कला का समाज के प्रति प्रतिबद्धता पर यकीन। कुछ दिनों तक मैं मीडिया में काम। अभी वर्तमान में सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन के माध्यम से किताबों को गांव-गांव में सक्रिय भूमिका।

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