बिहार के किशनगंज में हल्की बारिश के बाद घंटों बिजली गुल हो जाती है। कई बार वज्रपात यानी कि मेघगर्जन के कारण बिजली सप्लाई की व्यवस्था इतनी बिगड़ जाती है कि सेवा बहाल करने में कई दिन लग जाते हैं। वज्रपात से सबसे बड़ी समस्या 33 केवी लाइन में इंसुलेटर्स का ब्लास्ट हो जाना है। बिजली विभाग ने इस समस्या से मुक्ति के लिये स्पाइक अर्थिंग लगाने का निर्णय लिया है।
दरअसल, पश्चिम बंगाल में वज्रपात से बिजली व्यवस्था न चरमराये इसके लिए 33 केवी के साथ-साथ 11 केवी सप्लाई में स्पाइक अर्थिंग लगाया जाता है। बंगाल की तर्ज़ पर वही काम अब बिहार के पोठिया में किया जा रहा है। काम कराने वाले एजेंसी के सुपरवाइज़र नूर हुसैन बताते हैं कि स्पाइक अर्थिंग लगाने से मेघगर्जन की वजह से बाधित होने वाली बिजली समस्या से काफ़ी हद तक मुक्ति मिल जायेगी।
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आपको बता दें कि बिहार में सबसे अधिक वर्षा किशनगंज में होती है। बारिश के साथ-साथ मेघगर्जन भी ख़ूब होता है, जिससे बिजली सप्लाई बाधित हो जाती है। अभी फ़िलहाल, किशनगंज पावर स्टेशन से पोठिया सब-स्टेशन तक स्पाइक अर्थिंग लगाया जा रहा है। पोठिया पावर सब-स्टेशन के जूनियर इंजीनियर बताते हैं कि बिहार में इस तरह का प्रयोग पहली बार हो रहा है और अगर यह प्रयोग सफल होता है तो दूसरे ज़िलों में भी इसे दोहराया जाएगा।
किशनगंज के विधायक इज़हारुल हुसैन बताते हैं कि किशनगंज की बिजली समस्या को लेकर उन्होंने कई बार ऊर्जा मंत्री से मुलाक़ात की है, जिसका नतीजा है कि यहां पर स्पाइक अर्थिंग लगाया जा रहा है। वह बताते हैं कि अगर स्पाइक अर्थिंग लग जायेगा तो मेघगर्जन के बावजूद बिजली सप्लाई बाधित नहीं होगी।
किशनगंज में लगातार बिजली सप्लाई नहीं होना एक बड़ी समस्या रही है। पिछले महीने इसको लेकर कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हुए। हालांकि, इसको लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में विधायक इज़हारुल हुसैन कहते हैं कि बिजली की सप्लाई बिना रुकावट के हो, इसके लिये पोठिया के अलावा तीन अन्य जगहों पर भी पावर सब-स्टेशन बनाया जा रहा है।
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