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‘मीटर को ईंटा लेके हम फोड़ देंगे’ – स्मार्ट मीटर बना आम लोगों का सिरदर्द

बढ़ती महंगाई के बीच, बिहार के सीमांचल क्षेत्र, कटिहार में लगाए गए बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर, आग में घी का काम कर रहा है।

shadab alam Reported By Shadab Alam |
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पिछले कुछ सालों में भारत का आम आदमी लगातार महंगाई की मार झेल रहा है। नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) की रिपोर्ट के अनुसार, जो खुदरा महंगाई दर मई 2021 में 6.3% थी, वो जून 2022 में बढ़कर 7.01% तक पहुंच गई है।

इस बढ़ती महंगाई के बीच, बिहार के सीमांचल क्षेत्र, कटिहार में लगाए गए बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर, आग में घी का काम कर रही है।

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जब से यहां इलेक्ट्रॉनिक प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं, तब से लोगों को बिजली इस्तेमाल करना काफी महंगा साबित हो रहा है। इस कारण लोग इस भीषण गर्मी में एक पंखा चलाना तो दूर, एक बल्ब जलाने से भी डर रहे हैं।


स्थानीय महिला ताजो ख़ातून कहती हैं “डर डर के रहते हैं क्या करें, दिन में बल्ब नहीं जलाते हैं अंधेरा में काम करते हैं, अब गर्मी है बहुत तेज़, कैसे रहेंगे इस गर्मी में? टीवी भी नहीं चलाते हैं, डर से बंद कर दिए हैं, बच्चा लोग रोता भी है।”

दरअसल कटिहार के शहरी इलाके में साल 2022 की शुरुआत में ही बिजली विभाग द्वारा पुराने मीटर को हटाकर नए प्रीपेड इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगवाने का काम शुरू किया गया था।

इसके पीछे उद्देश्य बताया गया था की स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाने के बाद बिजली बिल में गड़बड़ी, बिजली बिल का बकाया और बिजली बिल सुधार की समस्या से बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मियों को छुटकारा मिल जाएगा।

साथ ही उपभोक्ताओं को भी काफी सहूलियत होगी। उन्हें बार-बार विभाग का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। उपभोक्ता जितने का रिचार्ज करेंगे, उतनी ही बिजली उनको मिलेगी। और रिचार्ज खत्म होने के बाद बिजली खुद ही कट जाएगी। उसके बाद रिचार्ज करने पर ही उपभोक्ता फिर से बिजली का उपयोग कर सकेंगे।

लेकिन माला रसूलपुर, इमलीगाछ के एक दर्जी कारीगर मोहम्मद बकरुद्दीन का कहना है कि इस स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उन्हें कोई सहूलियत नहीं है बल्कि उनको और ज्यादा बिजली का बिल देना पड़ रहा है, इसलिए उनको यह मीटर नहीं चाहिए।

मोहम्मद बकरुद्दीन कहते हैं “हमको यह मीटर नहीं चाहिए। लगाने वाला तो पढ़ा कर लगा दिया। हम सोचे गरीब की सहूलियत के लिए होता होगा, लेकिन कोई सहूलियत नहीं है। ₹500 का रिचार्ज कराते हैं, मोबाइल में दस ही दिनों में बोलता है, आप अपना रिचार्ज कराइए आपकी बिजली जाने वाली है इसलिए हमको डर से रिचार्ज कराना पड़ता है। पहले मेरा बिल ₹199, ₹207 आता था। अभी मेरा 1500 रुपए महीने में चला जाता है। हम 200-250 रुपए कमाने वाले आदमी हैं, जिसमें छह सात बच्चों का पेट पालना होता है।”

वहीं, चौका-बर्तन करने वाली एक स्थानीय मज़दूर महिला ‘रबिया’ का कहना है, कि वह 300 या 500 रुपए का रिचार्ज करवाती हैं, और केवल रात में एक पंखा चलाने और तीन बल्ब जलाने पर ही, उनके मीटर का रिचार्ज 10 दिन में खत्म हो जाता है।

स्थानीय युवक पप्पू आलम गुस्से में कहते हैं कि ऐसा ही चलता रहा तो वह 1 दिन इस मीटर को ईंट से फोड़ देंगे। उनका कहना है कि कमाई कम है और सरकार ने खर्चा ज्यादा बढ़ा दिया है।

स्थानीय युवक पप्पू आलम कहते हैं “कभी-कभी ऐसा मन करता है कि मीटर को ईंटा लेकर के हम फोड़ दें। हां .. यह चलने वाला नहीं है, हम लोग गरीब आदमी हैं, कहां से हम पूरा करेंगे? डर से हम एको पंखा चलाते हैं, गर्मी में मरते हैं बच्चा लेकर के। कमाई कम है और ख़र्च ज्यादा बढ़ा दिया है यह सरकार। ई सब चलने वाला नहीं है, नहीं तो मेरा पहले जो मीटर था वही लगा दें, नहीं तो हम ईंटा लेके फोड़ देंगे मीटर।”

वृद्ध महिला बसरुन्निसां अपनी कांपती हुई आवाज में बताती हैं कि वह धूप में बहुत दूर रिचार्ज करवाने के लिए जाती हैं। साथ ही ₹500 का रिचार्ज मात्र 13 दिन में खत्म हो जाता है। रिचार्ज खत्म होने के बाद वह कई बार हाथ वाले पंखे से काम चलाती हैं। वे आगे बताती हैं कि उनके घर में न तो फ्रिज है ना टीवी है खाली एक पंखा और एक बल्ब है, जिसके लिए उनको इतना अधिक रिचार्ज करवाना पड़ता है।

स्थानीय दर्जी मोहम्मद कमाल भी चाहते हैं कि मीटर की समस्या का जल्द से जल्द कोई उपाय हो, उनका कहना है कि या तो पुराना मीटर ही दोबारा लगवाया जाए, वरना जिस तरह मोबाइल का रिचार्ज होता है कि जैसे 1 महीने में ₹300 भरने पर पूरे महीने सेवा मिलती है, वही सिस्टम बिजली मीटर के साथ होना चाहिए।

इस पूरे मामले को लेकर जब कटिहार के असिस्टेंट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, अविनाश कुमार रंजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस स्मार्ट मीटर और पहले के नॉर्मल मीटर में कोई अंतर नहीं है, सिवाय इसके कि उसमें बिजली खर्च करने के बाद पैसा देना होता था, और इस स्मार्ट मीटर में बिजली खर्च करने से पहले पैसा भरना होता है। दोनों के यूनिट का रेट बिल्कुल बराबर है।

इसलिए इससे किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए, परेशानी सिर्फ उन लोगों को हो रही है जिनके पहले मीटर खराब थे, और महीने का फिक्स पैसा दे रहे थे, अब उनको बिजली खर्च के हिसाब से पैसा देना पड़ रहा है।

वीडियो प्रोड्यूसर: अरीबा खान

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सय्यद शादाब आलम बिहार के कटिहार ज़िले से पत्रकार हैं।

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61 thoughts on “‘मीटर को ईंटा लेके हम फोड़ देंगे’ – स्मार्ट मीटर बना आम लोगों का सिरदर्द

  1. Ye to abhi shuruaat hai, ye mobile ke tarah mahanga ho jaayega, ager abhi log aawaz nhi uthaye to mobile company ke tarah sabko lutega

    1. सही बात है स्मार्ट मीटर से बिजली बिल बहुत आ रहा है इस पर आवाज उठाना चाहीए नहीं तो गरीब लोग को फिर से लालटेन घर में तैयार रखना परेगा

    1. बोल सभी रहे हैं पर आवाज कोई नहीं उठाएगा अंधभक्ति में सब ऐसे ही पिसते रहेंगे और इसी को विकास समझकर एक-एक करके सभी दम तोड़ देंगे ।

      1. घर पर न रहने के कारण सिर्फ मीटर ही बाहर लगा है, पर महीने का 40 से 45 यूनिट दिखा रहा है, जबकि उससे अभी तक घर का कनेक्शन भी नही जुड़ा हुआ है।

      2. Kyon awaaj uthayen jab meter thik Kam kar raha hai, free ki aadat dalna koi achi baat nahi,

  2. Main sabhi postpaid AVN prepaid meter dharkon se nivedan karna chahta hun ki aap apne apne Ghar per solar urja ka upyog Karen Taki bijali vibhag ko Lage ki vayu pradushan AVN bijali bil ki jo samasya hai vah is per kabu ho sakta hai dhanyvad

    1. Ye kar pana possible nahi hai, sabhi k bichar alag hain, bijli vibhag ko koi fark nahi padega

  3. Meter ki testing karwa lo third party inspection agency se … Doodh ka doodh pani ka pani ho jayega…
    And waise bhi 2kw ke residential connection ka monthly fix charge approx 250 ke aas pass hota h uske baad units ke bill ka roll aata h …

    1. यही तो है अच्छे दिन अब और क्या चाहिए
      गर्व से कहो हम हिन्दू हैं।

    2. Sab ko ho rahi h.mai khud is electricity department me hu. Dono meter pe ek saman, load de ke dekh lo reading m difference mile ga.

    3. परिवार सीमित रखने वाले को परेशानी नहीं है।

  4. सरकार से निवेदन है कि आम जन की समस्या का समाधान होना चाहिए क्योंकि वास्तव में गरीब आदमी तो महगाई से वैसे ही परेशान है और अपना जीवन यापन बहुत मुश्किल से कर पा रहा है क्रप्या त्वरित कार्यवाही कु जाए

  5. Pahle subsidiesed bill aata tha, gramin area me state government 59% tk subsidy deti thi….smart meters k karan wo khtm kr rhi sarkar…rate same hone se kya??? Esliye mehngi ho rhi bill.

  6. बकरों और बकरियो बहुत फ्री का खाया तुमने बाप की जागीर समझ के ।
    फिर भी
    जिस थाली मे खाया वही छेद किया तुमने ।
    जनवरो तुम इसी लायक हो

  7. Jitna jaldi ho ,sab public ko kuch karna hoga.Ye sab to private company hai ab sarkari to raha nahi.aise bhi sarkar to nikammi hai, Private company kuch bhi kare sarkar kuch bhi nahi bolegi.Ye saare politicians ko Iska commission bhi to aayega.Aam aadmi Bijli bill Jayada bharenge tabhi to Inko commission jaayega.

    Ye India hai saahab,yahan to Aisa hi chalta hai chalta hi rahega.
    Ek din srilanka ke tarah din aayega.
    Bhaaio Ek din Hindustan me bhi aisa hoga.

    1. Government subsidy per unit jase pehle diya jata tha waisa hi smart meter me bhi subsidy diya jaye aur iska message mobile par diya jaye

      Government subsidy prepaid meter me bhi per unit diya jaye aur iska message mobile par bheja jaye

  8. Solar panel setup ke liye 30-40000/- ki jaroorat hai.kaun dega.Sarkar to subsidy ke naam par bebkoof bana rahi hai.Isme sarkar Chaahe to EMI me kam Rate par loan dekar solar panel set kara sakti hai.

    Apne MP ,MLA ko ye saari baatein abhi se samjhao ,Bolo ki Agar aap aise nahi karenge to Aapko Vote nahi denge.Jis bhi party ke Neta log aisa karenge humlog usi ko vote karenge.

    Abhi se unite ho nahi to Future me problem jayada hoga.

    Jo log sahmat hai,Aage aage aaoo.

    Jis tarah Delhi Metro ka Fare ratto raat Double kar diya, Kejriwal bolta raha kuch bhi nahi hua.jabki wo sarkaari hai.

    Jis tarah Gas Cylinder ka price Tripple ho gaya,Bebkoof public dekhti rahi.Jabki ye sab sarkaari tha.

    Chanakya ne kaha tha,Jis Desh me Raaja aur Business ek ho jaaye us Desh ke public ka beda gart hai.Aam Janta Bebas ,Laachaar ,Bhookmari hogi aur Business man aur Amir hota chala jaayega.

  9. Pahle ke Miter me sirf one bulb hota tha but aab miter me three bule hai jo humesha jalte rahta hai uska charg 1unit lagbhag per day ka hai kampani humlog ko murkh bana rahe hai

  10. Highly prejudiced, reporting the article further to ensure writer’s credentials, I am using the same meter and have no problem with it whatsoever

  11. Just check reality. adhe ko fokat ki bijli ki adat padi he . 99% meter thik hoge par fokat ki adat ? Meter todo ur Jail jav .

  12. पोस्टपेड मीटर से सिर्फ इतनी परेशानी है कि बिजली की चोरी कम हो जाती है इसी का रोना है, और ये बटक्करुदीन महोदय कह रहा है कि छ् सात बच्चे कैसे पालने हैं तो क्यों छ् सात पैदा कर रहे हो जंगली सूअरों की तरह, ऐसे जाहिल ही तो देश के संसाधन खत्म कर रहे हैं, सरकार को जनसंख्या नियंत्रण बिल तुरंत लाना चाहिए और ये जनसंख्या विस्फोट रोकना ही होगा देशहित में

    1. वाह बेटा वाह बहुत अच्छा लगता है कि बच्चे कम पैदा करने से
      बिजली बिल कम हो जायेगा जिओ मेरे लाल तुम देश का नाम रोशन करोगे

  13. स्मार्ट मीटर बना आम लोगों का सिरदर्द बहुत पैसा बर्बाद हो रहा है पहले महिना मे 1000 का बिल आता था अब 1500 से ज्यादा का रिचार्ज करना पड़ता है

  14. Ab bihar sarkar cm sahib itne pauche hue corrupt hai ki na bijli bhibag ke log complain karne pe aa rahe hai na hi meter badla jaa raha hai sabhi sir complain karne pe jhoot bol rahe hai or baat chupa rahe hai .yaha patna main 1000/-ka recharge 3 Dino main khatm ho raha hai Bina kuch chalaye kyuki Humalog yaha the hi nahi or bijli bhibag ka customer care no yaha office wale bolte hai ki wo Humalog ka no nahi hai
    Sab chor hai sab
    Jago bihar ke bewakoofo jago

  15. वर्तमान भाजपा सरकार डार्विन और हरबर्ट स्पेंसर के योग्यता की अतिजीविता(Survival of Fittest) और गरीबो—कमजोरों पर अत्याचार करके उन्हें जबरन खत्म करने की दिशा में कार्य कर रही है। अगर यह सरकार नहीं हटी तो बहुसंख्यक गरीब और कमजोर या तो आत्महत्या करने को विवश होंगे या तड़प तड़प कर मरेंगे। यहां भी श्रीलंका की तरह क्रान्ति करके सत्ता—परिवर्तन किया जाना चाहिए।

  16. Hamara 10000 rps lagbhag bill aa raha hai.Hum pareshan hain yaha south Delhi mein.Gali mein koi camera nahi lagaya hai sarkaar ne ,jo bhi laga hai ,wo hamare personal camera hain jo hamare meter ke saath connected hain n Bijli vibhag ne camera ke bill bhi daala hai n saath mein gali ki jo tubelight hai ,uska bhi bill daala hai hamey.Gali ki sadak ki tube light jo do ded mahine se band padi thee wa gali ka camera jo laga hi nahi hai sarkaar ki taraf se ,in sabka bill hame beja hai.Kisliye ? Hame malum hai ki MCD/NDMC ko apna bahut sa bakaya chukana hai .Inhone socha hoga ki logo pe bill daal ker paisa iketha kerke apne bill ka bhugtaan ker liya jaye.But I am thinking to lodge a complaint to LG of Delhi n also in the consumer court.Ye koi tareeka hai bill bejne ka.Uper se boltey hain ki ye Imandaar Sarkaar hai.

  17. Kya gazab hai jisne report banai or jo bhi customer jinko taqlif hai sab muslim hi hain, kya yeh meter inhi ke yahaan lagen hai baki login ke nahi, sab free ka khaate rahe tab theek tha ab paise dene pad rahe hain to problem ho rahi hai.

  18. Janta ke paas rashan aur kapde,dawai,makaan tax.petrol ye sab ke liye paisa hai lekin bijli free chahiye.bijli kitni mushkil se gharon tak pahunchti hai.isse kisi ko matlab nahi hai.sirf bijli bill ka kharch hi sabko extra lagta hai..

  19. Sab ko ho rahi h.mai khud is electricity department me hu. Dono meter pe ek saman, load de ke dekh lo reading m difference mile ga.

  20. दूसरे राज्य मे सरकार बिजली फ्री कर रही और बिहार में नीतीश कुमार गरीब जनता को लूट रहा है।
    मैं अकेला दो कमरे के रूम मे रहता हूं, सिर्फ 3 एलईडी बल्ब और एक पंखा चलता है वो भी रात में , इसके अलावा कुछ है ही नही, लेकिन बिल 749 का है ।
    समझ नही आता इतना बिल उठ कैसे रहा ।

  21. Ye Ambani or adani ke Talbe chategi or unka Jeb garibo ke poket se bharegi
    Qki yha andh bhakt ki kami nhi

  22. Jab se hamare ghar me “Smart Meeter” lga hai bill itna jada aa raha hai ki mera budget gadbad hogya hai,government ko icpe dhyan dena chahiye.

  23. पहैलै यै दैखो गुगल पै लिखा क्या है कुछ समझ मै नही आराहा है ऐक शब्द को 8बार रिप्लै क्या है पहैलै तो गुगल की गलति है गुगल पै कैस करूगा

  24. Modi gi sory urja ya solar sistam me sarkar ke trap se anudan dilane ka ek muhim chalana chahiye taki grib log aasani se solar panal sistam prapat kar sake

  25. सही बात है बिजली बिल तो ज्यादा आएगा
    दिल्ली के (साथ अब पंजाब में भी) 300+? यूनिट फ्री है और बिजली बिल भी 0 है
    इसका बिल तो दुस्ले स्टेट से ही लिया जा रहा है

  26. इस मीटर में न तो यूनिट दिखाता है और न ही अमाउंट एक एलइडी बल्ब के जगह 4 एलईडी बल्ब लगाया हुआ है जिससे भी बिल पर असर पड़ रहा है मीटर भी फास्ट है। साथ ही बिजली app पर प्रति दिन निश्चित समय का यूनिट नही दिखाता है।कभी दो दिन बाद दिखाएगा तो कभी एक दिन मैं दो बार । सार यही है कि पब्लिक को लुटवाना है प्राइवेट कंपनियों से।

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