अररिया: पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त छापामारी कर नशे के कारोबारी सहित 5 नेपाली नागरिकों को गिरफ्तार किया है। साथ ही स्मैक, गांजा, नेपाली करेंसी के साथ दो दर्जन मोबाइल फोन भी जब्त किया है।
कारोबारी का नाम शरीफ बताया जाता है और वह सिकटी का रहने वाला है। वहीं गिरफ्तार नेपाली मूल के लोगों की शिनाख्त नेपाल के रंगेली थाना क्षेत्र के फसदिगी गांव निवासी शेष नारायण राजवंशी, नेपाल ही के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी रोशन राजवंशी, नेपाल के बेलबाडी थाना क्षेत्र के ढेगीहाट निवासी संतोष परिहार, अक्षय डोम, रंगेली थाना क्षेत्र के असीम उर्फ अनीस के रूप में हुई है।
एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सिकटी पुलिस व एसएसबी 52वीं बटालियन के मजरख, लेटी कैंप के जवानों के सहयोग से शुक्रवार की देर नाम बौका मजरख गांव के वार्ड नंबर एक में छापेमारी कर नशे के कारोबार में लिप्त शरीफ नामक शख्स के घर से 84. 6 ग्राम स्मैक, 750 ग्राम गांजा और 47,110 रुपये की नेपाली करेंसी, वजन करने वाली माइक्रो मशीन, 189 पीस ब्लेड, 21 पीस स्मार्ट फोन, एक टैबलेट, एक कैमरा व नशे की गोलियां जब्त की गईं।
बताया जाता है कि नेपाली नागरिक स्मैक का नशा करने बौका मजरख निवासी शरीफ के यहां आते हैं। शरीफ अपने घर पर गांजा व स्मैक के एवज में मोटी रकम वसूलता था। एसपी ने बताया कि इसको लेकर सिकटी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार नशे का कारोबारी ग्राहकों से पैसा कम पड़ जाने पर मोबाइल रख लेता था। जब्त 21 मोबाइल उन्हीं ग्राहकों का बताया जाता है।
बंगाल से किशनगंज के रास्ते पहुंचता है स्मैक
एसएसबी के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, स्मैक पश्चिम बंगाल से लाया जाता है। इस क्षेत्र में स्मैक का सेवन करने वाले की संख्या बहुत अधिक है, जिस कारण इसकी डिमांड भी काफी रहती है।
बताया जाता है कि पूर्व से ही सूचना मिल रही थी कि बौका मजरख गांव में नशे का कारोबार किया जाता है। जो लोग नशे का सेवन करते पकड़े गए, उनमें मो. शरीफ नशे का कारोबारी है।
स्मैक का नशा काफी गहरा होता है, जिस कारण नेपाल के लोगों सहित आसपास के इलाकों के लोग स्मैक का नशा करने के लिए बौका मजरख गांव के शरीफ के यहां आते थे।
बताया जाता है कि स्मैक की खेप किशनगंज के रास्ते अररिया जिले के सीमावर्ती इलाकों में फैलाई जाती है। इसमें कई लोग कैरियर का काम करते हैं। उन्हीं लोगों द्वारा मजरख में स्मैक लाया जाता है।
कार्रवाई करने वाली टीम में ब्रजेश कुमार सिंह, कमांडेंट एसएसबी 52वीं बटालियन, एसडीपीओ पुष्कर कुमार, सी. विवेक, असिस्टेंट कमांडेंट 52वीं बटालियन, उत्तम कुमार, निरीक्षक 52 वीं बटालियन, सिकटी थाना अध्यक्ष हरेश तिवारी व पुअनि अगम लाल पांडे शामिल थे। इन्हें सफल कार्रवाई के लिए सम्मानित किया जाएगा।
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बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी
भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में पैर पसारते मादक पदार्थों के इस कारोबार से इलाके की हकीकत सामने आई है। सिकटी सहित आसपास सीमा से सटे गावों के हजारों युवा, युवतियां नशे की चपेट में हैं। इनमें ज्यादातर 11 वर्ष से लेकर 30 साल तक के युवक शामिल हैं। मादक पदार्थों का सेवन करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इसका फायदा इलाके के मादक पदार्थों के तस्कर उठा रहे हैं।
यह अवैध कारोबार भारत ही नहीं, बल्कि नेपाल की भी युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। सीमा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में मादक पदार्थों के लिए कुछ चुनिंदा सेंटर हैं, जहां से युवाओं को इसकी सप्लाई की जाती है।
सरगना की तलाश जारी
पुलिस और एसएसबी के जवान लगातार इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए अपने सूत्रों के सहारे इस कारोबार में संलिप्त बड़ी मछलियों को पकड़ने की फिराक में हैं। यदि जल्द ही इस कारोबार में लिप्त बड़े तस्करों की गिरफ्तारी हो गई, तो इस अवैध नशे के कारोबार पर अंकुश लगेगा, इसलिए सीमावर्ती इलाकों में नशे के कारोबार के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।
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