Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

शादी के बाद BPSC क्रैक कर अफसर बनी किशनगंज की शाहिना बेगम

बिहार के किशनगंज जिले की शाहिना बेगम ने 59वीं BPSC परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :
shahina begum of kishanganj became an officer by cracking bpsc after marriage

बिहार के किशनगंज जिले की शाहिना बेगम ने 59वीं BPSC परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बहादुरगंज निवासी शाहिना बेगम ने BPSC संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 291वां रैंक हासिल किया है। इससे पहले, उन्होंने इसी वर्ष बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की थी और वह फिलहाल उत्क्रमित हाई स्कूल धिमतोला में कार्यरत हैं।


शाहिना बेगम पिछले कई वर्षों से BPSC की तैयारी कर रही थीं। 2019 में उन्होंने 64वीं BPSC परीक्षा दी लेकिन सफल नहीं हो सकीं। 2024 में उन्होंने दोबारा BPSC संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा देकर राजस्व अधिकारी का पद हासिल किया है।

Also Read Story

हादसे से उबर कर पूर्णिया की ग़ज़ाला आफ़रीन ने BPSC परीक्षा में लाया 15वां रैंक

13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी का बिहार के एक छोटे-से गांव से IPL तक का सफर

गुदरी का लाल: आँखों में रौशनी नहीं होने के बावजूद कैसे दौड़ में चैंपियन बना सीमांचल का मुरसलीम

मिलिए BPSC इंजीनियरिंग असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा के टॉपर ज़ोहेब हसन से

किशनगंज के अज़हर इक़बाल बने Shark Tank India के नए जज

मेहनत इतनी खामोशी से करो कि कामयाबी शोर मचा दे: बिहार इंटर टॉपर मोहद्देसा

कुल्हैया मुस्लिम समाज की महिला पहली बार बनीं सब इंस्पेक्टर

पिता का सपना, बेटी का संकल्प: BPSC परीक्षा में सफल होने वाली पहली मुस्लिम सुरजापुरी महिला

शाहिना विवाहित हैं और उनकी एक छोटी बेटी भी है। उन्होंने बताया कि परिवार के सहयोग के बावजूद घरेलू जिम्मेदारियों के बीच पढ़ाई करना चुनौतीपूर्ण था, इस दौरान उन्हें सामाजिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एक ही साल में दो बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं TRE-2 और BPSC संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल की।


शाहिना बेगम क्षेत्र की महिलाओं और छात्राओं के लिए मिसाल बनकर उभरी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर उनके स्कूल की छात्राएं काफी खुश हैं। वहीं शाहिना के मायके और ससुराल वाले अपनी अफसर बिटिया की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित हैं। परिवार वालों का कहना है कि शाहिना की कामयाबी क्षेत्र की महिलाओं में नया आत्मविश्वास पैदा करेगी।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

चचरी के सहारे सहरसा का हाटी घाट – ‘हमको लगता है विधायक मर गया है’

अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस पर प्रदर्शन – सिर्फ 400 रुपया पेंशन में क्या होगा?

फिजिकल टेस्ट की तैयारी छोड़ कांस्टेबल अभ्यर्थी क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?

बिहार में पैक्स अपनी ज़िम्मेदारियों को निभा पाने में कितना सफल है?

अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ती किशनगंज की रमज़ान नदी